राजस्थान के केकड़ी जिले के टोडाराय सिंह में गो कथा के दौरान संत स्वामी गोपालानंद सरस्वती ने राज्य के जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी को श्राप दिया है। यह मामला सरकारी जमीन पर अस्पताल बनाने की योजना से जुड़ा है, जिसमें गोशाला को हटाने की बात कही गई थी। संत गोपालानंद सरस्वती ने नाग पंचमी के दिन अपने प्रवचन में मंत्री को गोशाला तोड़ने पर श्राप दिया कि उनके कुल का नाश हो जाएगा और सरकार बिखर जाएगी।
मंत्री का जवाब – ‘डरने की क्या बात है’
जब मंत्री कन्हैया लाल चौधरी से इस श्राप पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जब उन्होंने कोई गलती नहीं की है तो डरने का कोई कारण नहीं है। उन्होंने बताया कि लंपी बीमारी के दौरान गायों को वहां शिफ्ट किया गया था और अब अस्पताल बन रहा है, इसलिए गोचर की जमीन पर अस्पताल बनाने का प्रस्ताव है, लेकिन गायों के लिए भी उचित व्यवस्था की जाएगी।
संत गोपालानंद सरस्वती का प्रवचन
संत गोपालानंद सरस्वती ने अपने प्रवचन में नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि नेता बाहर तो गाय की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन अंदर गाय के खिलाफ काम करते हैं। उन्होंने मंत्री पर गोशाला को तुड़वाकर अस्पताल बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह काम मूर्खता और ठगी का है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर गाय की जमीन को नुकसान पहुंचाया गया तो इसका अंजाम मंत्री और उनके परिवार को भुगतना पड़ेगा, और सांपों की मौत का श्राप उनके परिवार पर आएगा।