राजस्थान में इस बार दीपावली के अगले दिन यानी 1 नवंबर का अवकाश नहीं घोषित किया गया है, जिससे प्रदेश के आठ लाख सरकारी कर्मचारियों में असमंजस और रोष बढ़ गया है। कर्मचारियों को इस बात की चिंता है कि वे पर्व के लिए अपने घर जाएं या नहीं। खासतौर पर दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाले कर्मचारी परेशान हैं कि अगर वे घर जाते हैं तो अगले दिन सुबह 9:30 बजे तक दफ्तर कैसे पहुंचेंगे।
कई कर्मचारियों ने अगले दिन के लिए छुट्टी का आवेदन देना शुरू कर दिया है, जबकि कर्मचारी संगठनों ने मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री से इस मुद्दे पर चर्चा कर अवकाश देने की मांग की है। राज्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ का कहना है कि सरकार को 1 नवंबर का अवकाश देना चाहिए, ताकि सभी कर्मचारी अपने परिवार के साथ दीपावली का त्योहार मना सकें।
अवकाश की स्थिति:
राज्य सरकार के कैलेंडर के अनुसार, 31 अक्टूबर को दीपावली का अवकाश है। इसके बाद 1 नवंबर को कोई अवकाश नहीं है, फिर 2 नवंबर को गोवर्धन पूजा और 3 नवंबर को भाई दूज का अवकाश रखा गया है, जिससे कर्मचारियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।