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नवंबर का पहला हफ्ता बीतने को है, लेकिन राजस्थान में अभी तक सर्दी का असर ज्यादा दिखाई नहीं दे रहा। नवंबर के दूसरे पखवाड़े से प्रदेश के उत्तर-पूर्वी हिस्सों में सर्दी बढ़ने की उम्मीद है। दरअसल, प्रशांत महासागर में ला नीना सक्रिय नहीं होने के कारण सर्दी अभी तक शुरू नहीं हो सकी है। हालांकि, रात के तापमान में थोड़ी गिरावट आई है, लेकिन दिन में तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री ज्यादा होने की वजह से मौसम सूखा बना हुआ है। इसके चलते अब नवंबर में पड़ने वाली ठंड संभवतः दिसंबर से शुरू होगी।
धीमे-धीमे बढ़ेगी सर्दी
मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री ऊपर बना हुआ है। बीते 24 घंटों में भी पश्चिमी मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री या इससे ज्यादा दर्ज किया गया। रात के तापमान में गिरावट के कारण सुबह और शाम में हल्की ठंड महसूस हो रही है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि ला नीना के सक्रिय न होने की वजह से ठंड धीरे-धीरे बढ़ेगी। इस बार सर्दी का असर दिसंबर से शुरू होकर फरवरी-मार्च तक रह सकता है।
क्या है ला नीना?
ला नीना का प्रभाव प्रशांत महासागर और वातावरण के बीच परस्पर क्रिया के कारण होता है। इसके सक्रिय होने पर महासागर की सतह के तापमान में कमी आती है, जिससे ठंड बढ़ती है। इसके कारण बारिश और तेज हवाएं भी चलती हैं।
राजस्थान में तापमान का हाल
प्रदेश के 18 जिलों में रात का तापमान 20 डिग्री से कम दर्ज किया गया। सीकर का फतेहपुर कस्बा 14.7 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा रहा। अन्य जगहों पर सिरोही में 14.4, अंता (बारां) में 15.9, माउंट आबू में 12.8, भीलवाड़ा और पिलानी में 16.9, और जयपुर में 20.2 डिग्री सेल्सियस रात का तापमान रहा।