भारत में कैंसर के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जो एक गंभीर चिंता का विषय है। खासकर ब्रेस्ट कैंसर और मुंह के कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह एक ऐसी बीमारी है जिसका समय रहते पता न चलने पर इलाज मुश्किल हो सकता है। आइए जानें इस विषय में कुछ जरूरी बातें।
कैंसर के बढ़ते मामले
भारत में ब्रेस्ट और मुंह का कैंसर सबसे आम होता जा रहा है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में पुरुषों में मुंह और होंठ का कैंसर सबसे ज्यादा है, जबकि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर सबसे तेजी से बढ़ रहा है।
कैंसर के मामलों में वृद्धि
ICMR और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज इन्फॉर्मेटिक्स एंड रिसर्च की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 2022 से 2045 के बीच कैंसर के मामलों में भारी वृद्धि हो सकती है। 2025 तक मामलों में 12.8% की बढ़ोतरी का अनुमान है।
ब्रिक्स देशों में भारत की स्थिति
ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, और दक्षिण अफ्रीका) में कैंसर से जुड़ी मौतों का बड़ा हिस्सा भारत और दक्षिण अफ्रीका में है। खासकर भारत में मुंह और ब्रेस्ट कैंसर से मौतों का खतरा बढ़ रहा है।
कैंसर के बढ़ते मामलों के कारण
- तंबाकू और गुटखा का सेवन: मुंह के कैंसर के बढ़ते मामलों का मुख्य कारण तंबाकू और गुटखा है।
- लाइफस्टाइल में बदलाव: महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का कारण देर से मां बनना, शारीरिक गतिविधियों की कमी और मोटापा हो सकता है।
- कम जागरूकता: कैंसर के शुरुआती लक्षणों की पहचान और इलाज में देरी भी बढ़ते मामलों का कारण है।
कैंसर से बचाव के लिए क्या करें?
- नियमित जांच और प्रारंभिक पहचान: कैंसर की शुरुआती पहचान के लिए सालाना हेल्थ चेकअप करवाएं।
- तंबाकू और गुटखा छोड़ें: तंबाकू और गुटखा से दूर रहें।
- हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं: पौष्टिक आहार, नियमित व्यायाम और तनाव से बचाव करें।
- जागरूकता बढ़ाएं: गांव और छोटे शहरों में कैंसर के लक्षणों और बचाव के उपायों के बारे में जागरूकता फैलाने की जरूरत है।
भारत में बढ़ते कैंसर के मामलों को देखते हुए, हमें व्यक्तिगत रूप से सतर्क रहना और सरकार से मजबूत स्वास्थ्य सेवाओं की उम्मीद रखना जरूरी है। सही जानकारी और शुरुआती पहचान कैंसर के खिलाफ हमारी सबसे बड़ी ताकत हो सकती है।