राजस्थान में भाजपा सदस्यता अभियान की धीमी रफ्तार पर भाजपा प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने नाराजगी जताई है। शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में हुई बैठक में उन्होंने कहा कि समय पर लक्ष्य क्यों नहीं पूरा किया गया।
जिलाध्यक्षों का होगा मूल्यांकन
- राधामोहन दास ने कहा कि सभी जिलाध्यक्षों का ईमानदारी से मूल्यांकन किया जाएगा।
- जो जिलाध्यक्ष अपना लक्ष्य पूरा करेंगे, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।
- असफल जिलाध्यक्षों को पद से हटाया जा सकता है।
- 15 दिन बाद इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
सक्रिय सदस्यता के नियमों में बदलाव
- अब 50 सदस्य बनाने वाले भी सक्रिय सदस्य बन सकते हैं।
- पहले सक्रिय सदस्य बनने के लिए 100 सदस्य बनाना अनिवार्य था।
पारदर्शी चुनाव की हिदायत
- बूथ और मंडल अध्यक्ष के चुनाव में किसी भी प्रकार का दबाव स्वीकार नहीं होगा।
- प्रभारी ने कहा कि सीएम का फोन आने पर भी मना कर दें।
- काम पूरी तरह पारदर्शी सिस्टम के अनुसार होना चाहिए।
देवली-उनियारा हिंसा पर बयान
- अग्रवाल ने कहा कि चुनाव के दौरान प्रशासन चुनाव आयोग के नियंत्रण में होता है।
- डीजीपी और मुख्य सचिव भी आयोग के निर्देशानुसार काम करते हैं।
निष्कर्ष:
भाजपा में सदस्यता अभियान की धीमी प्रगति से नाराजगी जताते हुए जिलाध्यक्षों पर सख्त कार्रवाई के संकेत दिए गए हैं। पार्टी में पारदर्शिता और नियमों का पालन प्राथमिकता पर है।