बिलासपुर सिम्स के गर्ल्स हॉस्टल में एक डॉक्टर की फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
आत्महत्या की वजह डिप्रेशन
सिम्स के गर्ल्स हॉस्टल के एक कमरे में रविवार को अंबिकापुर की रहने वाली डॉक्टर भानू प्रिया ने फांसी लगाई थी। सोमवार को उनका पोस्टमार्टम किया गया। सिटी कोतवाली पुलिस ने इस मामले में डॉक्टर भानू के पिता, भाई और मंगेतर से बयान लिए। डॉक्टर भानू के पिता उमेश सिंह ने बताया कि उनकी बेटी हेल्थ समस्याओं से जूझ रही थी और डिप्रेशन में भी थी। उनका इलाज चल रहा था और शायद इसी कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली।
पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया
पोस्टमार्टम के दौरान सिम्स के डीन डॉ. रमणेश मूर्ति ने पांच डॉक्टरों की एक टीम बनाई थी, जिसमें फारेंसिक मेडिसीन, मेडिसीन, सर्जरी, गायनिक और पैथोलॉजी विभाग के डॉक्टर शामिल थे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया और वे इसे लेकर अपने गृह गांव लौट गए।
सामान लेने आई थी डॉक्टर भानू
सिम्स के डीन डॉ. रमणेश मूर्ति ने बताया कि डॉक्टर भानू प्रिया एक माह पहले ही हॉस्टल छोड़ चुकी थीं, लेकिन उनका कुछ सामान हॉस्टल में रह गया था। वे उस सामान को लेने के लिए हॉस्टल आई थीं और इस कारण उन्हें हॉस्टल की चाबी दी गई थी।
जांच जारी है
पुलिस के अनुसार, अभी तक हॉस्टल की छात्राओं से पूछताछ नहीं की गई है, लेकिन मामले की जांच जारी है।