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नागौर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का काम पिछले एक साल से धीमी गति से चल रहा है। रेलवे ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इस काम के लिए 17.11 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया था। इस योजना के तहत स्टेशन की सुविधाओं को बेहतर बनाने और नए अत्याधुनिक सुविधाएं देने का लक्ष्य था, ताकि यात्रियों को अच्छी सेवाएं मिल सकें। लेकिन ठेकेदार की धीमी गति से काम करने की वजह से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, पुनर्विकास कार्य को जनवरी 2025 तक पूरा किया जाना है, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह काम समय पर पूरा होता हुआ नहीं दिख रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 अगस्त 2023 को नागौर स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास किया था। इस योजना के तहत स्टेशन पर सिग्नल, टेलीकॉम और इलेक्ट्रिक सिस्टम की व्यवस्था सुधारी जाएगी। इसके अलावा, नए भवन में अतिथि कक्ष, स्टेशन अधीक्षक कार्यालय, शौचालय और रिटायरिंग रूम जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए जाएंगे।
नागौर स्टेशन पर होने वाले कार्य:
- स्टेशन के प्रवेश और निकासी के लिए अलग-अलग रास्ते बनाए जाएंगे।
- दोपहिया और चौपहिया वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग की सुविधा।
- यात्रियों को चढ़ाने और उतारने के लिए नए बरामदे बनाए जाएंगे।
- नए अतिथि कक्ष और वीआईपी रूम का निर्माण।
- महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग शौचालय और अन्य सुविधाएं।
- स्टेशन के बाहरी और आंतरिक हिस्से का सुधार, साथ ही 12 मीटर चौड़ा ऊपरी पैदल पुल (एफओबी) का निर्माण।
- दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं, नए शौचालय ब्लॉक और पानी बूथ।
- बेहतर संकेत चिह्न, होर्डिंग और बेहतर फर्नीचर की व्यवस्था।
हालांकि, एफओबी का निर्माण अभी तक शुरू नहीं हुआ है, जो प्लेटफार्मों को जोड़ने के लिए जरूरी है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि वे इस काम को जल्द पूरा करने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।