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राइस मिलर्स पर कार्रवाई शुरू
जिले में धान खरीदी केंद्रों में बारदाने की कमी हो रही है, जिससे किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राइस मिलर्स ने अपनी मांगें मनवाने के लिए बारदाने जमा करने से इनकार कर दिया था। प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए जिले के चारों विकासखंडों में कार्रवाई की।
- पहले दिन 4 राइस मिल से 1 लाख बारदाने जब्त किए गए।
- दूसरे दिन 16 राइस मिल से 1.85 लाख बारदाने जब्त किए गए।
जिले में कुल 78 राइस मिल संचालित हैं, जिनसे अभी 5700 गठान बारदाना और वसूल किया जाना है।
धान खरीदी पर असर
धान खरीदी 14 नवंबर से शुरू हुई है, लेकिन बारदाने की कमी के कारण प्रक्रिया में बाधा आ रही है।
- राइस मिलर्स ने राज्य सरकार पर कमीशन का भुगतान न होने का आरोप लगाते हुए बारदाने वापस करने से इनकार किया।
- यह समस्या पिछले दो वर्षों से लंबित कमीशन के भुगतान से जुड़ी है।
- किसानों और विपक्ष ने भी बारदाने की कमी पर नाराजगी जताई है।
प्रशासन की सख्ती
जिला खाद्य अधिकारी सचिन मरकाम ने बताया कि बारदाने जब्त करने की कार्रवाई लगातार जारी है।
- दो दिनों में 20 राइस मिल से 2.85 लाख बारदाने जब्त किए गए।
- राइस मिलर्स को चेतावनी दी गई है कि अगर वे बारदाना जमा नहीं करेंगे, तो और सख्त कदम उठाए जाएंगे।
राइस मिलर्स की मांग
जिला राइस मिलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल चंद्रवंशी का कहना है कि प्रशासन की कार्रवाई से उन्हें कोई समस्या नहीं है।
- उनकी मांग है कि लंबित कमीशन का भुगतान किया जाए।
- साथ ही, कस्टम मिलिंग नीति 2024-25 में बदलाव की जरूरत है।
निष्कर्ष
प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि राइस मिलर्स की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बारदाने की कमी से धान खरीदी में बाधा को दूर करने के लिए सख्ती जारी रहेगी, ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।