धान खरीदी में आई रफ्तार
राजनांदगांव जिले में 14 नवंबर से धान खरीदी शुरू हुई थी, जो समर्थन मूल्य पर की जा रही है। जिले के 96 धान खरीदी केंद्रों पर किसान बड़ी संख्या में धान बेचने पहुंच रहे हैं। हालांकि, कस्टम मिलिंग प्रक्रिया ठप होने की वजह से खरीदी केंद्रों में करोड़ों रुपए का धान खुले में पड़ा हुआ है, जिससे समिति प्रबंधकों और प्रशासन की चिंता बढ़ गई थी।
मिलर्स के अनुबंध से राहत
जिले के 70 मिलर्स में से 40 मिलर्स का अनुबंध रविवार को अवकाश के दिन पूरा कर लिया गया। इसके लिए मार्कफेड दफ्तर को छुट्टी के दिन भी चालू रखा गया और डीओ (डिलीवरी ऑर्डर) जारी करने की प्रक्रिया जारी रही। अफसरों ने बताया कि सोमवार तक सभी 70 मिलर्स का अनुबंध पूरा कर लिया जाएगा, जिससे धान के उठाव में तेजी आएगी।
धान उठाव की स्थिति
सोमवार के लिए 5,000 क्विंटल धान का डीओ जारी हो चुका है। चार संग्रहण केंद्रों के लिए तीन लाख क्विंटल धान का डीओ पहले ही जारी किया गया था, जिसमें से डेढ़ लाख क्विंटल धान संग्रहित हो चुका है।
खुले में पड़े धान को लेकर चिंता
सेवा सहकारी समिति कर्मचारी संघ के अध्यक्ष किशुन देवांगन ने बताया कि खराब मौसम और बारिश की संभावना के चलते खुले में पड़े धान के खराब होने का खतरा है। समितियों ने धान उठाव में तेजी लाने की मांग की है।
डीएमओ का बयान
डीएमओ हीना खान ने कहा कि 40 मिलर्स का अनुबंध पूरा हो चुका है और डीओ भी जारी कर दिया गया है। मिलर्स को जल्द से जल्द धान उठाने के निर्देश दिए गए हैं। अब प्रशासन को उम्मीद है कि धान खरीदी और उठाव की प्रक्रिया में तेजी आएगी।