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कारण बताओ नोटिस जारी, तीन दिन में जवाब मांगा
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान मनरेगा के कार्य स्वीकृत करने वाले अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (एपीओ) नरेंद्र कुमार पाटीदार को जिला पंचायत सीईओ ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें उन्हें तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है, वरना उनकी संविदा सेवा समाप्त करने की चेतावनी दी गई है। यह कार्रवाई पत्रिका द्वारा इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किए जाने के बाद की गई है।
क्या था मामला?
अप्रैल 2024 में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू थी, और उसी दौरान जनपद पंचायत खंडवा ने विभिन्न ग्राम पंचायतों में 1.16 करोड़ रुपये के कामों को स्वीकृत कर शुरू करवा दिया था। इन कामों को विधानसभा चुनाव के दौरान स्थगित कर दिया गया था। पूर्व जिपं सदस्य रणधीर कैथवास ने आरोप लगाया था कि चुनाव की आचार संहिता के दौरान ये काम स्वीकृत कर जीओ टैग कर दिए गए, जिससे आचार संहिता का उल्लंघन हुआ।
नोटिस में क्या लिखा था?
जिला पंचायत सीईओ डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा द्वारा जारी नोटिस में यह कहा गया है कि आचार संहिता के दौरान 7 कामों के जीयो टैग किए गए थे, जिन पर शिकायतें लगातार आ रही थीं। पत्रिका में भी इस मुद्दे को प्रकाशित किया गया था। एपीओ पाटीदार द्वारा दिया गया जवाब संतोषजनक नहीं था और यह गैर जिम्मेदाराना था, जिससे उनकी लापरवाही और अनियमितता साबित होती है।
अन्य शिकायतें भी मिलीं
नोटिस में यह भी कहा गया कि एपीओ ने सीएम हेल्पलाइन और लेबर नियोजन में रुचि नहीं ली, श्रम सामग्री के 60-40 अनुपात को बनाए रखने का पालन नहीं किया, और कई निर्देशों की अवहेलना की। इसके कारण उनकी संविदा सेवा समाप्त करने की कार्रवाई की जा सकती है। उन्हें खुद के समक्ष पेश होकर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।