अलीगढ़ में जल्द ही मंडल का पहला पशु चिकित्सा महाविद्यालय (वेटरनरी कॉलेज) बनेगा। यह महाविद्यालय महुआखेड़ा के पास स्थित होगा और इसके लिए महुआखेड़ा, गुरसिकरनपुर और दारापुर गांव में लगभग 650 एकड़ जमीन तय की गई है। यह जमीन उत्तर प्रदेश पशुधन उद्योग निगम लिमिटेड के पास है।
महाविद्यालय का निर्माण क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए बहुत उपयुक्त है, क्योंकि यह जीटी रोड हाईवे से जुड़ा हुआ है, जो कई प्रमुख शहरों से मिलता है। भविष्य में इस महाविद्यालय को वेटरनरी यूनिवर्सिटी में बदले जाने की भी योजना है, क्योंकि यहां जगह की कमी नहीं है।
इस कॉलेज में पशु चिकित्सा अस्पताल, एकेडमिक ब्लॉक, स्टाफ क्वार्टर, छात्रावास, पार्किंग, पार्क आदि का निर्माण किया जाएगा। पहले चरण में इसमें 50 से 60 सीटें होंगी, जिन्हें बाद में 100 से 150 तक बढ़ाया जा सकेगा। इस कॉलेज को उत्तर प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, मथुरा से संबद्ध किया जाएगा। इसके निर्माण में लगभग 400 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है, और पहले चरण के लिए 100 करोड़ रुपये जारी किए जाएंगे।
इस परियोजना का प्रस्ताव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा गया है, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इसकी मंजूरी मिल जाएगी। छर्रा विधायक ठा. रवेंद्रपाल सिंह 20-21 दिसंबर को मुख्यमंत्री से इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए प्रस्तुत करेंगे।
इसके अलावा महुआखेड़ा में पांच बड़े गो संरक्षण केंद्र और एक पशु चिकित्सालय बनाने का भी प्रस्ताव है, जिनकी लागत लगभग डेढ़ से दो करोड़ रुपये होगी।