राजस्थान के चुनाव में विवाद उत्पन्न हो गया है जब राजपूत समाज के लोगों ने फिल्म “शोले” के एक डायलॉग “ये हाथ मुझे दे दे ठाकुर” पोस्टर पर नाराजगी जताई। निर्वाचन विभाग ने मतदाताओं को जागरूक करने के लिए फिल्मी पोस्टर लगाए थे, जो कि विवाद का कारण बने। प्रशासन ने उसे हटाने का निर्णय लिया।
यह विवाद इसलिए हुआ क्योंकि फिल्मी पोस्टर में “ठाकुर” शब्द का उपयोग किया गया था, जिसे राजपूत समाज के लोग अपमानस्पद मानते हैं। इसके बावजूद, नगर पालिका ने पोस्टर को हटा दिया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
निर्वाचन विभाग के अधिकारियों ने जानबूझकर राजपूत समाज की भावनाओं को आहत करने के लिए इस तरह के पोस्टर्स को लगाया। हालांकि, प्रशासन ने इसे तत्काल हटा दिया। अधिकारियों का कहना है कि इसमें किसी भी समाज या व्यक्ति को अपमान करने की कोई मंशा नहीं थी।
जिला कलेक्टर का निर्णय
जिला कलेक्टर ने भी इस मामले पर अपना रुख दिखाया है। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को जागरूक करने के लिए फिल्मी डायलॉग के पोस्टर लगाए गए थे, लेकिन किसी भी समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।
इस घटना के बाद भी, निर्वाचन आयोग से इस मामले की जांच की मांग की गई है। राजपूत समाज के प्रतिनिधियों ने इसे समाज का अपमान माना है और उन्होंने कार्रवाई की मांग की है।