सीकर (राजस्थान): सीकर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के नानी बीहड़ इलाके में एक नवजात बच्चे का शव मिलने से सनसनी फैल गई। कुत्तों ने नवजात को 1 फीट गहरे गड्ढे से बाहर निकालकर उसके हाथ, पैर और सिर को नोंच डाला। डॉक्टरों ने बताया कि यह नवजात पूर्ण विकसित था और इसका जन्म एक-दो दिन पहले किसी अस्पताल में हुआ था।
कैसे सामने आई घटना?
सोमवार सुबह करीब 7:30 बजे, गवारिया बस्ती के बच्चों ने कुत्तों को नवजात का शव खाते हुए देखा। बच्चों ने तुरंत अपने माता-पिता को सूचना दी। देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस के आने तक स्थानीय लोगों ने शव को कुत्तों से बचाने के लिए चारों ओर घेरा बना लिया।
पुलिस की जांच
पुलिस ने शव को श्री कल्याण हॉस्पिटल की मोर्चरी में भेजा और पोस्टमार्टम करवाया। नवजात के डीएनए सैंपल भी लिए गए हैं। पुलिस का मानना है कि नवजात अनचाहा बच्चा था, इसलिए उसे जल्दबाजी में 1 फीट गहरे गड्ढे में दबा दिया गया। शव पर चींटियों के काटने के निशान नहीं थे, जिससे पता चलता है कि उसे रात में ही गाड़ा गया होगा।
अस्पताल में हुआ प्रसव
डॉक्टरों के अनुसार, नवजात का जन्म किसी अस्पताल में ही हुआ है। बच्चे की नाभि पर अस्पताल में लगाई जाने वाली एबलिंग कोड भी पाई गई। बच्चे का वजन करीब 2.25 किलोग्राम था।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
सीकर जिले में इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। पिछले छह महीनों में नवजात बच्चों के शव मिलने के कई मामले सामने आए हैं।
- अक्टूबर 2024: दादिया थाना क्षेत्र में नवजात का शव मिला था।
- सीकर शहर: एसके हॉस्पिटल की गली में पॉलीथिन में लिपटा नवजात बच्ची का शव मिला था।
पुलिस कर रही जांच
पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की और घटनास्थल पर वाहनों के टायरों के निशान भी जांचे हैं। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि बच्चे को यहां कौन और क्यों लाया।
निष्कर्ष: यह घटना समाज में फैली संवेदनहीनता को उजागर करती है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि दोषियों का पता लगाया जा सके।