जोधपुर के फलोदी थाना क्षेत्र में करीब 12 साल पहले हुए मुनीम की हत्या के मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने ‘ऑपरेशन ललनटॉप’ का आयोजन किया था।
हत्या का सच: मुनीम के निर्मम हत्याकांड के पीछे एक दरिंदगी की कहानी थी। तीनों आरोपी फलोदी के सोनामुखी फैक्ट्री में नियोक्ता के रूप में काम कर रहे थे। जोधपुर में होने वाली एक शराब पार्टी के दौरान, वे मुनीम को नशे में धकेलकर हत्या कर दिया और उसकी निधन के बाद उसके पास रखी नकदी लूट ली थी।
आरोपियों की गिरफ्तारी: मामले को सुलझाने के लिए, पुलिस ने बिहार, आंध्र प्रदेश, और पंजाब तक तलाश की थी, लेकिन आरोपियों को गिरफ्तार करने में काफी समय लगा। आखिरकार, यह ऑपरेशन सफल हुआ और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
नक्सलियों से संबंध: प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपियों का नक्सलियों से संबंध भी था। उन्हें वसूली, हत्या, हत्या प्रयास, और धमकी देने के आरोप भी हैं।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया: मुख्यमंत्री ने इस मामले पर गहरा शोक जताया है और पुलिस को मामले को सुलझाने के लिए सख्ती से काम करने का निर्देश दिया है।