बड़ाखेड़ा कस्बे में स्थित राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल को नए भवन की आवश्यकता है। वर्तमान में यह अस्पताल करीब 40 साल पुराने भवन में चल रहा है, जो अब जर्जर हो चुका है। इस अस्पताल से बड़ाखेड़ा, बंसवाड़ा, माखीदा, पीपल्दा, जाडला, पापडी, सामरा, काकरामेज, पाली, करीरिया जैसे दर्जनों गांवों के लोग इलाज के लिए आते हैं।
अस्पताल भवन में जगह की कमी के कारण पर्ची काउंटर और दवा काउंटर एक ही कमरे में चल रहे हैं, जिससे मरीजों को काफी परेशानी होती है। भवन में एक ही कमरे में दवाइयां रखी जाती हैं और अगर कोई गर्भवती महिला प्रसव के लिए आती है, तो उसे जल्दी छुट्टी देनी पड़ती है।
बारिश के समय अस्पताल भवन की हालत और भी खराब हो जाती है। छत से पानी टपकने के कारण बिजली के उपकरण जल जाते हैं और दवा काउंटर में पानी भरने से दवाइयां खराब हो जाती हैं। दीवारों में सीलन आने से मरीजों का इलाज दूसरे कमरे में करना पड़ता है।
ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया है और नए भवन के निर्माण के लिए जगह चिन्हित करने की मांग की है। डॉक्टर महेश गर्ग ने भी इस समस्या पर ध्यान आकर्षित किया है और कहा कि अस्पताल के नए भवन के लिए प्रस्ताव उच्च अधिकारियों को भेजे जा सकते हैं।
ग्रामीणों और चिकित्सा अधिकारियों का कहना है कि नए अस्पताल भवन से आसपास के गांवों के लोगों को भी राहत मिलेगी और मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।