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चितावलियाहेमा स्थित मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में शिवमहापुराण कथा और रुद्राक्ष महोत्सव के दूसरे दिन भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। करीब डेढ़ लाख भक्तों ने कथा का श्रवण किया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने तीन घंटे तक इंदौर-भोपाल स्टेट हाईवे को वन-वे कर दिया।
यातायात और सुरक्षा व्यवस्था
- इंदौर से आने वाले वाहनों को अमलाहा से डायवर्ट किया गया, जो भाऊखेड़ी होते हुए क्रिसेंट चौराहे से होकर भोपाल की ओर निकले।
- श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 17 पार्किंग बनाई गईं, जिनमें से 80% पार्किंग खाली रही, केवल ऑटो स्टैंड वाली पार्किंग को छोड़कर।
- इस बार अधिकतर श्रद्धालु निजी वाहनों के बजाय ट्रेन से आ रहे हैं।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था
- 200 क्विंटल से अधिक प्रसाद का वितरण किया गया।
- खीर, फलाहारी नमकीन, खिचड़ी और 20 हजार से अधिक छाछ पाउच बांटे गए।
- कथा स्थल पर लगे तीनों डोम, पंडाल और 15 टेंट पूरी तरह भर गए।
शिवमहापुराण कथा और धार्मिक आयोजन
- बुधवार को कथा के समापन के बाद शाम 4 से 7 बजे तक हाईवे वन-वे रखा गया।
- महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर छह रुद्राक्ष शिवलिंग का विशेष अभिषेक किया गया।
- गुरुवार को भगवान शिव का विवाह उत्सव मनाया गया।
- शुक्रवार को भजन संध्या का आयोजन होगा।
पंडित प्रदीप मिश्रा का संदेश
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि भगवान शिव पर सच्ची आस्था और विश्वास से ही जीवन में सफलता मिलती है। अपने कर्मों के प्रति जागरूक रहना ही सफलता का मार्ग है।
भीड़ का प्रबंधन और आगे की स्थिति
- महाशिवरात्रि के दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
- देर रात से भक्तों की वापसी शुरू हो गई, जिससे अगले दो दिन भीड़ कम रहेगी।
- 1 मार्च को फिर से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना है।