Related Articles
छत्तीसगढ़ में 300 से ज्यादा कर्मचारियों को अब तक चुनावी काम का मानदेय नहीं मिला है, जिससे उनकी होली फीकी पड़ने वाली है। लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव के कई महीने बीत जाने के बाद भी जिला निर्वाचन कार्यालय भुगतान नहीं कर पाया है।
रायपुर में सबसे ज्यादा देरी
- लोकसभा चुनाव के बाद सभी जिलों में मतदान अधिकारियों को मानदेय मिल चुका है, लेकिन रायपुर में अब तक भुगतान नहीं हुआ।
- रायपुर नगर निकाय के कर्मचारियों का मानदेय बैंक में अटका हुआ है।
- तिल्दा में हुए पंचायत चुनाव में अब तक डेटा एंट्री पूरी नहीं हुई।
मानदेय न मिलने की वजह
- गलत अकाउंट नंबर के कारण कई कर्मचारियों के पैसे अटक गए।
- कुछ कर्मचारियों के खाते में गलत ट्रांसफर के कारण पैसे काटे गए, हालांकि बाद में उन्हें वापस कर दिया गया।
- कलेक्ट्रेट में जांच जारी है कि किन कर्मचारियों को पैसे मिले और किन्हें नहीं।
कर्मचारियों और संगठनों की नाराजगी
- 30 से ज्यादा कर्मचारियों और संगठनों ने कलेक्टर को आवेदन दिया है।
- छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के पूर्व प्रवक्ता नरेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि यदि एक सप्ताह में भुगतान नहीं हुआ तो राज्य निर्वाचन आयोग से शिकायत की जाएगी।
- छत्तीसगढ़ विद्यालय शिक्षक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संजय तिवारी ने बताया कि
- 150 कर्मियों ने लोकसभा चुनाव में,
- 100 से ज्यादा कर्मियों ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव में,
- 50 कर्मियों ने रायपुर दक्षिण उपचुनाव में,
- 15 शिक्षकों ने तीनों चुनावों में काम किया,
लेकिन अब तक किसी को मानदेय नहीं मिला।
कर्मचारियों की मांग – जल्द मिले भुगतान
कर्मचारियों ने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द मानदेय जारी करने की मांग की है। यदि एक सप्ताह में भुगतान नहीं हुआ तो बड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।