अब भोजन नली या बड़ी आंत में ट्यूमर होने पर ओपन सर्जरी की जरूरत नहीं होगी। नई एंडोस्कोपिक सबम्यूकोसल डिसेक्शन तकनीक के जरिए बिना कोई चीरा लगाए ट्यूमर को निकाला जा सकता है। इस नई तकनीक के बारे में जानकारी जयपुर के संतोकबा दुर्लभजी मेमोरियल और इंडियन सोसायटी ऑफ गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी द्वारा आयोजित नेशनल वर्कशॉप में दी गई।
इस वर्कशॉप में राजस्थान के 60 से अधिक गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया और एडवांस एंडोस्कोपी की नवीनतम तकनीकों के बारे में जानकारी साझा की। डॉ. मोहन रामचंदानी ने ‘न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर (एनईटी) के एंडोस्कोपिक प्रबंधन’ पर सत्र लिया। वर्कशॉप में लाइव केस के दौरान विशेषज्ञों ने एक बच्चे की जन्म से हो रही कब्ज की समस्या को बिना सर्जरी के सफलतापूर्वक इलाज किया।