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महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर नरहरी झिरवाल ने मंत्रालय की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी, लेकिन मंत्रालय में लगे सुरक्षा जाल के कारण उनकी जान बच गई। झिरवाल, जो एनसीपी के विधायक हैं, धनगर समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) आरक्षण देने के विरोध में थे।
क्या है पूरा मामला?
शुक्रवार को मंत्रालय में आदिवासी विधायकों द्वारा धनगर समुदाय को एसटी आरक्षण देने के विरोध में प्रदर्शन चल रहा था। इसी दौरान, झिरवाल ने विरोध स्वरूप मंत्रालय की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। मंत्रालय में लगे सुरक्षा जाल पर गिरने से उनकी जान बच गई। इसके बाद कुछ और विधायक भी विरोध करते हुए सुरक्षा जाल पर चढ़ गए, लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी को हटा दिया।
धनगर समुदाय की मांग
महाराष्ट्र में धनगर समुदाय की संख्या करीब 1.30 लाख है और इस समुदाय को एसटी आरक्षण में शामिल करने की मांग की जा रही है। हालांकि, आदिवासी नेताओं द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने भी हाल ही में इस मांग को लेकर दायर याचिका को खारिज कर दिया था।
शिवसेना का दावा
शिवसेना नेता बारणे ने बताया कि अनुसूचित जनजाति की सूची में धनगड़ का नाम दर्ज है और उन्होंने दावा किया कि धनगड़ और धनगर एक ही शब्द हैं। उनका कहना है कि धनगड़ नाम की कोई जनजाति नहीं है और इसलिए धनगर समुदाय को एसटी आरक्षण में शामिल किया जाना चाहिए।