जयपुर का प्रसिद्ध ‘रामनिवास बाग’ हाल ही में चूहों के प्रकोप से जूझ रहा है। चूहों ने बाग की जमीन को खोद दिया है और वहां असंख्य बिल बना लिए हैं। इससे बाग में स्थित ‘अल्बर्ट हॉल’ भी प्रभावित हो रहा है। चूहों की बढ़ती संख्या इस भवन की नींव के लिए खतरा बन गई है।
जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने इस समस्या से निपटने के लिए दो दिवसीय अभियान शुरू किया है। यह अभियान सोमवार से शुरू हुआ है, और इसके तहत ‘रामनिवास बाग’ और ‘अल्बर्ट हॉल’ दो दिन के लिए बंद रहेंगे। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान चूहों को मारने के लिए बड़े पैमाने पर कीटनाशकों का उपयोग किया जाएगा।
चूहों की बढ़ती संख्या का कारण
‘रामनिवास बाग’ का निर्माण तत्कालीन महाराजा सवाई रामसिंह ने 1868 में किया था। अब इस बाग में चूहों की संख्या एक लाख से भी ज्यादा हो सकती है। चूहों की बढ़ती संख्या ने पर्यटकों और आम लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। इससे संक्रमण का भी खतरा बढ़ रहा है।
बाग में चिड़ियाघर, पक्षी उद्यान और रविन्द्र मंच थियेटर जैसी जगहें भी हैं। कुछ अधिकारियों का मानना है कि बाग में खोमचे वाले और पक्षियों को दाना खिलाने वाले लोगों के कारण चूहों की संख्या बढ़ी है।
हालांकि, संग्रहालय के अंदर की वस्तुओं को कोई नुकसान नहीं हुआ है। वर्तमान में लगभग 1500-2000 पर्यटक प्रतिदिन संग्रहालय का दौरा कर रहे हैं, और पर्यटन के मौसम में यह संख्या और बढ़ने की संभावना है।