झुंझुनूं विधानसभा के उप चुनाव को लेकर भाजपा, कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों ने तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। झुंझुनूं को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, जहां कांग्रेस को अपने गढ़ को बचाना चुनौती होगी। दूसरी ओर, भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपने ही बागियों से निपटना है।
भाजपा यहां पिछले चार चुनाव लगातार हार चुकी है, और दिलचस्प बात यह है कि चारों बार कांग्रेस ने त्रिकोणीय मुकाबले में जीत हासिल की है। हर बार यहां भाजपा का कोई न कोई बागी उम्मीदवार खड़ा हो जाता है, और बाद में बागियों को पार्टी में भी शामिल कर लिया जाता है।
बागियों की संख्या बढ़ने का एक कारण यह भी है कि पिछले दो चुनावों में जिन्होंने भी पार्टी की बगावत की, वह अगली बार भाजपा का टिकट लेकर फिर से चुनाव लड़ने आया। कांग्रेस नेता बृजेन्द्र ओला ने लगातार चार बार यहां से चुनाव जीते हैं। यह सीट हाल ही में उनके सांसद बनने के बाद खाली हुई है। ओला से पहले उनके पिता शीशराम ओला भी यहां से कई बार विधायक और मंत्री रह चुके हैं।