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रणजी ट्रॉफी 2024-25 में बिहार ने एक बार फिर अपने जुगाड़ लगाने की कला को साबित किया है। पटना के मोइनउल हक क्रिकेट स्टेडियम में बिहार और कर्नाटक के बीच चल रहे मैच के दौरान, बारिश के बाद पिच को सुखाने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया गया।
बारिश के बाद का हाल
पहले दिन की हल्की बारिश के कारण मैदान गीला हो गया, जिससे मैच शुरू करना मुश्किल लग रहा था। लेकिन बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने हार नहीं मानी और पिच को सुखाने के लिए एक देसी उपाय किया।
गोइठा से सुखाने का जुगाड़
पिच को सुखाने के लिए पंखा या ड्रायर का सहारा नहीं लिया गया, बल्कि गोइठा (उपला) का इस्तेमाल किया गया। यह वही गोइठा है, जिसे जलाकर बिहार का प्रसिद्ध लिट्टी चोखा बनाया जाता है। इस तरह का दृश्य क्रिकेट के मैदान पर शायद ही कभी देखने को मिला होगा।
पहले भी हो चुका है जुगाड़
यह पहली बार नहीं है जब मोइनउल हक स्टेडियम की पिच को सुखाने के लिए जुगाड़ किया गया हो। 1996 में वर्ल्ड कप के दौरान भी जब बारिश हुई थी, तब मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने मैदान को सुखाने के लिए हेलीकॉप्टर से चक्कर कटवाए थे।
बिहार का यह जुगाड़ एक बार फिर साबित कर रहा है कि स्थिति चाहे जैसी हो, समस्या का समाधान हमेशा निकालने का तरीका मौजूद है।