जयपुर. कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी के दिन गुरुवार को सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और सर्वदोष नाशक रवियोग के संयोग के साथ बैकुंठ चतुर्दशी मनाई जा रही है। इस अवसर पर शहर के मंदिरों में विशेष सजावट की गई है, और शाम को दीपदान किया जाएगा। कार्तिक स्नान कर रहीं महिलाएं मंदिरों में जाकर दीपदान कर रही हैं। सोडाला स्थित बैकुंठनाथजी मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां सुबह से ही मेले का माहौल है। महिला श्रद्धालु दीपदान कर बैकुंठनाथजी की 108 परिक्रमा कर रही हैं। महंत कृष्ण चंद्र शर्मा के सान्निध्य में बैकुंठनाथजी का अभिषेक कर उन्हें नई पोशाक पहनाई गई और शृंगार आरती की गई। भगवान को दही-बरफी का विशेष भोग लगाया गया। भक्त मंदिर में दान-पुण्य कर रहे हैं, जैसे बर्तन, कपड़े, और फल अर्पित किए जा रहे हैं। पास में स्थित कल्पवृक्ष की भी पूजा कर उसकी परिक्रमा की जा रही है।
कल मनाई जाएगी देव दिवाली
शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देव दिवाली मनाई जाएगी। इस दिन गोविंददेवजी मंदिर सहित अन्य मंदिरों में रास पूर्णिमा की विशेष झांकी सजाई जाएगी, और भक्त दीपदान करेंगे। गलता तीर्थ में भी स्नान और दीपदान के लिए भक्तों की भीड़ रहेगी। ज्योतिषाचार्य पं. सुरेश शास्त्री ने बताया कि इस दिन कार्तिक स्नान समाप्त होंगे और एकादशी से शुरू हुए भीष्म पंचक व्रत की भी समाप्ति होगी।
रास उत्सव की विशेष झांकी के दर्शन
ठिकाना मंदिर श्री गोविंददेवजी में शुक्रवार को रास पूर्णिमा मनाई जाएगी। मंदिर सेवाधिकारी मानस गोस्वामी के अनुसार, मंगला झांकी के दर्शन सुबह 4 से 5:30 बजे तक होंगे। इसके बाद ठाकुर श्रीजी का पंचामृत अभिषेक किया जाएगा और सुनहरी पोशाक पहनाई जाएगी। संध्या झांकी के बाद शाम 7:15 से 7:30 बजे तक रास पूर्णिमा की विशेष झांकी के दर्शन होंगे।