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राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) पहली बार प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं को ऑनलाइन मोड पर कराने की तैयारी कर रहा है। इस नई व्यवस्था के तहत, नवंबर के अंत में टैबलेट के जरिए मॉक परीक्षा आयोजित की जाएगी।
टैबलेट पर मॉक टेस्ट की तैयारी
बोर्ड ने करीब 500 अभ्यर्थियों को इस मॉक टेस्ट के लिए चुना है। यह टेस्ट पूरी भर्ती प्रक्रिया की तरह आयोजित किया जाएगा। खास बात यह है कि इस प्रक्रिया की जांच के लिए हैकर्स को बुलाया जाएगा।
हैकर्स इस दौरान सिस्टम को हैक करने की कोशिश करेंगे, जबकि तकनीकी विशेषज्ञ यह सुनिश्चित करेंगे कि परीक्षा प्रणाली सुरक्षित रहे। यह पूरी प्रक्रिया कानपुर IIT और जयपुर MNIT के विशेषज्ञों की निगरानी में होगी।
सफलता मिलने पर लागू होगी नई प्रणाली
अगर यह मॉक टेस्ट सफल रहता है, तो राज्यभर में छोटी प्रतियोगी परीक्षाओं को टैबलेट के जरिए आयोजित किया जाएगा। हालांकि बड़ी परीक्षाओं जैसे पटवार, शिक्षक भर्ती और CET में यह प्रयोग लागू करना मुश्किल होगा, क्योंकि इनमें लाखों अभ्यर्थी शामिल होते हैं।
टैबलेट खरीदने की योजना
बोर्ड ने 1 लाख अभ्यर्थियों तक के लिए टैबलेट पर परीक्षा कराने की योजना बनाई है। इसके लिए टैबलेट की खरीद टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से की जाएगी।
क्यों टैबलेट पर परीक्षा?
राजस्थान में कंप्यूटर संसाधनों की कमी है। एक बार में केवल 20 हजार अभ्यर्थियों को ही ऑनलाइन परीक्षा में शामिल किया जा सकता है। सरकारी स्कूलों में पर्याप्त कंप्यूटर नहीं हैं, और बोर्ड निजी स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाने के पक्ष में नहीं है।
पेपर लीक की समस्या होगी खत्म
टैबलेट से परीक्षा कराने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि पेपर प्रिंट कराने की जरूरत नहीं होगी। पेपर ऑनलाइन तैयार होगा और अभ्यर्थियों को टैबलेट पर उपलब्ध कराया जाएगा। यह प्रणाली सफल होने पर राजस्थान देश का पहला राज्य होगा जो इस तरीके से भर्ती परीक्षाएं आयोजित करेगा।
छोटी परीक्षाओं से शुरुआत
बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने बताया कि नवंबर के आखिरी सप्ताह में परीक्षण किया जाएगा। सफलता मिलने के बाद इसे छोटी परीक्षाओं में लागू किया जाएगा।
यह नई व्यवस्था राज्य में पेपर लीक की समस्या को खत्म करने और परीक्षा प्रणाली को पारदर्शी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।