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जयपुर: राजधानी जयपुर में सफाई कर्मचारियों ने 27 नवंबर से अनुभव प्रमाण पत्र न मिलने पर हड़ताल शुरू कर दी है। नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज के करीब 8 हजार से ज्यादा सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनका अनुभव प्रमाण पत्र नहीं बनेगा, वे काम पर वापस नहीं आएंगे।
सफाई कर्मचारियों की मांग:
वाल्मीकि समाज सफाई श्रमिक संघ ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें अनुभव प्रमाण पत्र देने में अधिकारी जानबूझकर देर कर रहे हैं और फर्जी प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्हें ईएसआई और पीएफ के दस्तावेज भी नहीं दिए जा रहे, जो प्रमाण पत्र बनने के लिए जरूरी हैं।
हड़ताल का असर:
सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का असर राजधानी जयपुर में साफ देखा जा रहा है। कॉलोनियों और बाजारों में कचरे के ढेर लगे हुए हैं, जिससे शहर की सफाई व्यवस्था बेहद खराब हो गई है। यदि हड़ताल जारी रहती है, तो सफाई व्यवस्था और भी खराब हो सकती है।
सफाई कर्मचारी भर्ती के लिए परेशानी:
राज्य सरकार ने हाल ही में सफाई कर्मचारी भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन की तिथि बढ़ा दी थी, लेकिन कर्मचारियों को अनुभव प्रमाण पत्र बनाने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारी यह प्रमाण पत्र देने के लिए शपथ पत्र की मांग कर रहे हैं, जिससे सफाई कर्मचारियों का गुस्सा और बढ़ गया है।
कमिश्नर का बयान:
सफाई कर्मचारियों से बातचीत के बाद हेरिटेज निगम के कमिश्नर अरुण हसीजा ने कहा कि अनुभव प्रमाण पत्र बनाने में समस्या आ रही है, क्योंकि ठेकेदारों ने ईएसआई और पीएफ की कटौती नहीं की थी। उन्होंने बताया कि यदि ठेकेदार शपथ पत्र देंगे, तो अनुभव प्रमाण पत्र जारी कर दिए जाएंगे।
आगे की रणनीति:
सफाई कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनका अनुभव प्रमाण पत्र सही तरीके से जारी नहीं किया जाता तो पहले जयपुर और फिर पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर हड़ताल की जाएगी।