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आजमगढ़: महिला चिकित्सालय की गड़बड़ी पर सवाल उठाए
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉक्टर प्रियंका मौर्या ने आजमगढ़ के जिला महिला चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल की व्यवस्था को लेकर कई गड़बड़ियां पाई। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनय सिंह यादव से पूछताछ की और भर्ती महिला मरीजों और उनके परिजनों से जानकारी ली।
मुख्य समस्याएँ
डॉ. प्रियंका मौर्या ने मीडिया से बातचीत में बताया कि झांसी में नवजात बच्चों की मौत के बाद उन्होंने अस्पताल में सिलेंडर की जांच की। सिलेंडर में मैन्युफैक्चरिंग डेट तो थी, लेकिन एक्सपायरी डेट नहीं थी, जो कि होना चाहिए था। इसके अलावा, भर्ती महिला मरीज ने बताया कि यहां टीका लगाने के लिए ₹10 से ₹50 तक की वसूली की जाती है, जबकि यह टीका सरकारी योजनाओं के तहत मुफ्त उपलब्ध होता है।
उन्होंने यह भी देखा कि अस्पताल परिसर में कुत्ते घूम रहे थे, और दो डॉक्टर उपस्थित नहीं थे, जबकि इसकी किसी को जानकारी नहीं थी। डॉ. मौर्या ने इन समस्याओं की जांच का आदेश दिया और अस्पताल की व्यवस्था में जल्द सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठा रही है, लेकिन अस्पताल में जो स्थिति दिखी, वह चिंताजनक है।