दौसा विधानसभा उपचुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी में बगावत और गद्दारी का मामला सामने आया है। नए विधायक दीनदयाल उर्फ डीसी बैरवा ने संविधान दिवस के मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में गुस्से में आकर कहा कि जो कार्यकर्ता उनके चुनाव के दौरान गद्दारी कर रहे थे, उन्हें पार्टी से निकाल देना चाहिए।
विधायक का बयान:
विधायक डीसी बैरवा ने बैठक में कहा कि चुनाव के दौरान उन्होंने कई जगहों पर प्रचार किया था और इस दौरान उन्हें पता चला कि कांग्रेस कार्यकर्ता कहीं न कहीं उनके खिलाफ थे। बैरवा ने कहा कि अगर ऐसे कार्यकर्ता पार्टी से टिकट की मांग करेंगे तो उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया जाएगा। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष रामजीलाल ओढ़ से मांग की कि या तो ये कार्यकर्ता पार्टी से बाहर किए जाएं, या फिर वह खुद ऐसा करेंगे।
बयान पर सफाई:
मीटिंग के बाद मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए विधायक बैरवा ने कहा कि उनका बयान मजाक में था और उन्होंने ऐसा कहकर कार्यकर्ताओं को काबू में रखने की कोशिश की थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी को पार्टी से निकालने का नहीं था।
सिर्फ कांग्रेस नहीं, बीजेपी में भी गद्दारी:
इस बयान से यह साफ हो गया कि पार्टी में गद्दारी की बात केवल बीजेपी तक सीमित नहीं है, बल्कि कांग्रेस में भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं। हालांकि विधायक ने अपने शब्दों पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन उनका मन का गुस्सा बाहर आ ही गया।