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भोपाल। मध्य प्रदेश में सोने के अयस्क का खजाना मिलने के बावजूद अब तक खुदाई शुरू नहीं हो पाई थी। लेकिन अब इस दिशा में तेजी आई है। खनिज विभाग ने 18 खनन ब्लॉक की ई-नीलामी के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। इनसे जुड़ी कंपनियों से 1 जनवरी तक प्रस्ताव मांगे गए हैं।
सिंगरौली और सतना में बड़े अवसर
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) ने चार साल पहले सिंगरौली जिले में 7.29 मिलियन टन सोने के अयस्क की पुष्टि की थी। हालांकि, पहले चरण में सिंगरौली के बौडीहार ब्लॉक को नीलामी के लिए खोला गया था, लेकिन कोई कंपनी रुचि नहीं दिखा सकी। अब इसे फिर से खोला जा रहा है। साथ ही सिंगरौली के सोनकुरवा ब्लॉक और सतना जिले के कौहारी डायमंड ब्लॉक को भी नीलामी में शामिल किया गया है। इनसे राज्य में बड़े निवेश और रोजगार की संभावना है।
खनिज ब्लॉक की नीलामी से रोजगार
खनिज संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने बताया कि 18 नए खनिज ब्लॉक की ई-ऑक्शन के लिए टेंडर जारी किए गए हैं। इनमें लाइमस्टोन, मैंगनीज, आयरन और सोने के ब्लॉक शामिल हैं। पांच ब्लॉक में माइनिंग लीज और 13 में कंपोजिट लीज दी जाएगी। खनन शुरू होने से 5000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।
सोना निकालना महंगा कार्य
विशेषज्ञों के अनुसार, सिंगरौली के खदानों में एक टन पत्थर से केवल 1.03 ग्राम सोना निकलने का अनुमान है। खुदाई और प्रोसेसिंग की तकनीक महंगी होने के कारण बड़ी कंपनियां तभी निवेश करती हैं जब अयस्क की मात्रा पर्याप्त हो।
सरकार को मिलेगा 6000 करोड़ का राजस्व
सिंगरौली के गुड़हर पहाड़ में सोने का अयस्क मिलने से खदानों की नीलामी के बाद सरकार को 6000 करोड़ का राजस्व मिलने का अनुमान है। इसके साथ ही 5000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रोजगार मिलेगा।
पन्ना में हीरे की नीलामी शुरू
डायमंड सिटी पन्ना में हीरे की नीलामी भी बुधवार से शुरू हो गई है। इसमें 32.80 कैरेट का जैम क्वालिटी का हीरा शामिल है, जिसकी कीमत 2 करोड़ से अधिक होने की उम्मीद है। यह देश का दूसरा सबसे बड़ा हीरा होगा।
मध्य प्रदेश में खनिज संपदा के उत्खनन से राज्य के विकास और रोजगार में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।