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छिंदवाड़ा में मिलेट्स और फूड प्रोसेसिंग उद्योग से बढ़ेगा रोजगार

छिंदवाड़ा: भोपाल में 24-25 फरवरी को होने वाले ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट से पहले छिंदवाड़ा में भी निवेश का माहौल बन रहा है। प्रशासन और उद्योगपति दोनों ही यहां के प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर नए उद्योग स्थापित करने के इच्छुक हैं। खासतौर पर मिलेट्स (ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो-कुटकी) और फलों जैसे सीताफल, संतरा, आंवला, जामुन से सहउत्पाद तैयार करने की संभावनाएं हैं।

छिंदवाड़ा में प्राकृतिक संसाधनों से उद्योग की संभावना

छिंदवाड़ा और पांढुर्ना क्षेत्र में फलों और वन उत्पादों की भरपूर उपलब्धता है, जो फूड प्रोसेसिंग उद्योग के लिए अच्छा कच्चा माल हो सकता है। साथ ही, यहां मिलेट्स (ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो-कुटकी) जैसी फसलें भी उगाई जाती हैं, जिनसे हेल्दी फूड उत्पाद बनाए जा सकते हैं। इनकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मांग भी तेजी से बढ़ रही है।

मक्का और चावल से एथनॉल उत्पादन बढ़ा

छिंदवाड़ा में मक्का की खेती 3.50 लाख हेक्टेयर में होती है, जिससे सालाना करीब 16 लाख मीट्रिक टन उत्पादन होता है। यहां बोरगांव में दो फैक्ट्रियां एथनॉल उत्पादन में लगी हैं और सलाईया में एक फैक्ट्री स्टार्च बना रही है। इसके अलावा, तीन और फैक्ट्रियां एथनॉल उत्पादन शुरू करने की तैयारी में हैं। इससे औद्योगिक विकास को और बढ़ावा मिलेगा।

उद्योगपतियों की राय

दारा जुनेजा (उद्योगपति एवं अध्यक्ष, जिला निर्यात संवर्धन समिति) – “अगर मिलेट्स और उनके सहउत्पाद बनाने के उद्योग शुरू किए जाएं तो न सिर्फ उद्योगपतियों को फायदा होगा, बल्कि आदिवासी समुदाय को भी रोजगार मिलेगा। दुबई में इस पर काफी चर्चा हो रही है, इसलिए उद्योगपतियों को इस पर ध्यान देना चाहिए।”

पंकज अग्रवाल (उद्योगपति) – “छिंदवाड़ा में संतरा, सीताफल, आंवला जैसे फलों की उपलब्धता को देखते हुए फूड प्रोसेसिंग उद्योग की अपार संभावनाएं हैं। इसके अलावा, यहां आईटी पार्क भी विकसित किया जा सकता है। सरकार को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए।”

निवेश को लेकर प्रशासन का प्रयास

आशीष नोएल (प्रभारी महाप्रबंधक, व्यापार एवं उद्योग केंद्र) – “प्रदेश सरकार के इनटेंशन टू इनवेस्ट कार्यक्रम में 12 कंपनियों ने छिंदवाड़ा में निवेश के लिए पंजीकरण कराया है। साथ ही, जिले के 75 उद्योगपति 24-25 फरवरी को भोपाल में इन्वेस्टमेंट समिट में भाग लेने जा रहे हैं, जिससे निश्चित ही छिंदवाड़ा में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा।”

शीलेन्द्र सिंह (कलेक्टर, छिंदवाड़ा) – “प्रदेश सरकार की औद्योगिक निवेश नीति के तहत छिंदवाड़ा जिले में उद्योगपतियों को फूड प्रोसेसिंग और अन्य उद्योगों में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। कुछ कंपनियां इसमें रुचि दिखा रही हैं और प्रशासन उनसे बातचीत कर रहा है।”

निष्कर्ष

छिंदवाड़ा में मिलेट्स और फूड प्रोसेसिंग उद्योग की बड़ी संभावनाएं हैं। यदि उद्योगपति यहां निवेश करते हैं, तो इससे न सिर्फ उन्हें आर्थिक लाभ होगा, बल्कि जिले के लोगों को भी रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। प्रदेश सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव सहयोग दे रही है।

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