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राजकीय महिला आईटीआई कॉलेज में छात्राओं ने लिया साइबर क्राइम से बचने का संकल्प
कोटा। पत्रिका द्वारा चलाए जा रहे ‘रक्षा कवच’ अभियान के तहत गुरुवार को राजकीय महिला आईटीआई कॉलेज में साइबर क्राइम पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में साइबर एक्सपर्ट्स सुरेन्द्र सिंह, कृष्ण मुरारी और मनोवैज्ञानिक वरुण रस्सेवट ने छात्राओं को साइबर क्राइम से बचने के उपाय बताए। छात्राओं ने यह संकल्प लिया कि वे अब मोबाइल और सोशल मीडिया का समझदारी से उपयोग करेंगी और दूसरों को भी इसके बारे में जागरूक करेंगी।
साइबर क्राइम से बचने के टिप्स
साइबर एक्सपर्ट सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि साइबर ठगों के विभिन्न तरीके होते हैं, जैसे कि फोन और सोशल मीडिया के जरिए ठगी करना। उन्होंने कहा कि अपराधी कभी सामने आकर अपराध नहीं करते, बल्कि दूर से अपनी चालाकियों से लोगों को ठगते हैं। एक्सपर्ट ने छात्राओं को यह भी समझाया कि अगर किसी अजनबी से कॉल आए या कोई वीडियो कॉल करके डराए, तो उसे तुरंत काट दें।
मनोवैज्ञानिक वरुण रस्सेवट ने दी सलाह
मनोवैज्ञानिक वरुण रस्सेवट ने कहा कि “मोबाइल सब कुछ सुनता और देखता है।” उन्होंने यह भी बताया कि किसी अनजान व्यक्ति को अपना फोन, फोटो या आईडी न दें, क्योंकि इससे आपकी जानकारी चुराई जा सकती है।
साइबर क्राइम से बचने के अन्य महत्वपूर्ण टिप्स
- अनजान कॉल्स और वीडियो कॉल्स का जवाब न दें।
- ठग आपकी जानकारी से विश्वास जीतकर पैसे वसूल सकते हैं, तो सतर्क रहें।
- किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और किसी भी अनजान ऐप को डाउनलोड न करें।
- फर्जी नौकरी के प्रस्तावों और स्कीमों से बचें।
- सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से फ्रेंड रिक्वेस्ट न स्वीकार करें।
छात्राओं ने किया संकल्प
कार्यक्रम के अंत में छात्राओं ने पत्रिका और एक्सपर्ट्स का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे अब इन सभी बातों का ध्यान रखेंगे और अपने घर-परिवार और बुजुर्गों को भी साइबर क्राइम के बारे में जागरूक करेंगे। कॉलेज के अनुदेशक गोपीराज सोनी ने भी इस अभियान की सराहना की और कहा कि इससे छात्रों में जागरूकता बढ़ रही है।