सीतापुर: मलेशिया में संदिग्ध हालत में मौत के बाद 55 दिन बाद युवक का शव शनिवार को गांव पहुंचा। शव आते ही घर में कोहराम मच गया और ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। परिजनों को सांत्वना देने के लिए लोग लगातार पहुंचते रहे।
सिलाई का काम करने गया था मलेशिया
महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र के सरैया कादीपुर गांव के मुन्ना (40) 27 सितंबर 2023 को सिलाई का काम करने मलेशिया गए थे। 28 अक्टूबर 2024 को उनके परिवार को उनकी मौत की खबर मिली। मौत का कारण साफ नहीं हो पाया।
शव लाने में हुई लंबी जद्दोजहद
मुन्ना का शव मलेशिया के रेनबो अस्पताल में रखा गया था। शव को भारत लाने के लिए परिवार ने सांसद राकेश राठौर और पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री अम्मार रिजवी से मदद मांगी। विदेश मंत्रालय के प्रयासों से शनिवार को शव गांव लाया जा सका।
गांव में पसरा मातम
शव आते ही घर में चीख-पुकार मच गई। पूरे गांव में शोक का माहौल है। लोग दुखी परिवार को सांत्वना दे रहे हैं। 55 दिन के लंबे इंतजार और कठिनाइयों के बाद परिवार को अपने बेटे का शव मिल सका।