छतरपुर शहर में ट्रैफिक की समस्या और पार्किंग की कमी गंभीर होती जा रही है। बस स्टैंड, छत्रसाल चौराहा और चौक बाजार जैसे प्रमुख क्षेत्रों में ई-रिक्शा के लिए पार्किंग स्थल अब तक नहीं बन पाए हैं। इससे यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ रहा है।
योजना में देरी, जाम की समस्या बढ़ी
शहर में ई-रिक्शा की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन इनके लिए कोई पार्किंग सुविधा नहीं है। नगर पालिका और यातायात पुलिस ने पार्किंग की योजना बनाई थी, लेकिन 10 महीने बीतने के बाद भी कोई कदम नहीं उठाया गया। इस कारण रोजाना इन जगहों पर जाम लग रहा है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
चिन्हित स्थान, लेकिन काम अधूरा
पिछले साल छत्रसाल चौराहा, बस स्टैंड और चौक बाजार में पार्किंग स्थल के लिए जगह चिन्हित की गई थी। अधिकारियों ने कहा था कि पार्किंग बनने से यातायात सुधार होगा, लेकिन अब तक इस पर कोई काम नहीं हुआ।
ई-रिक्शा की अनियमितता और रजिस्ट्रेशन की कमी
शहर में करीब 3000 ई-रिक्शा चल रहे हैं, जिनमें से आधे भी रजिस्टर्ड नहीं हैं। कई ई-रिक्शा बिना नंबर प्लेट के चल रहे हैं, जिससे दुर्घटना होने पर जानकारी जुटाना मुश्किल हो जाता है। साथ ही, ई-रिक्शा चालक ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं और अवैध रूप से सड़कों पर खड़े हो जाते हैं, जिससे जाम की समस्या और बढ़ जाती है।
बाजारों में ज्यादा परेशानी
गांधी बाजार, छत्रसाल चौराहा और अन्य व्यस्त स्थानों पर ई-रिक्शा कहीं भी खड़े हो जाते हैं, जिससे यातायात रुक जाता है। इनकी मनमानी और नियमों की अनदेखी से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ रहा है।
शहरवासियों की मांग
शहरवासियों का कहना है कि अगर ई-रिक्शा और ऑटो के लिए पार्किंग स्थल बन जाएं तो जाम और दुर्घटनाओं की समस्या कम हो जाएगी। साथ ही प्रशासन को बिना रजिस्ट्रेशन वाले वाहनों पर सख्ती करनी चाहिए।
यातायात पुलिस का बयान
यातायात प्रभारी बृहस्पति साकेत ने कहा कि ई-रिक्शा के लिए पार्किंग स्थल बनाने की योजना पर काम चल रहा है। जल्द ही इन स्थानों पर निर्माण शुरू होगा और ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन और ट्रैफिक नियमों के पालन के लिए भी सख्ती बढ़ाई जाएगी।
समस्या का समाधान जरूरी
छतरपुर शहर में पार्किंग और ट्रैफिक की समस्याओं का समाधान जल्द होना चाहिए। पार्किंग स्थल बनने से जाम की समस्या कम होगी और सड़कों पर सुरक्षा में सुधार आएगा। प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।