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प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भीड़ लगातार बढ़ रही है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या गंभीर हो गई है। संगम जाने वाले सभी रास्तों पर भारी जाम लगा हुआ है, और कई श्रद्धालुओं को 20-25 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है। आइए जानते हैं महाकुंभ में जाम के 5 बड़े कारण।
1. फुल हो गए पार्किंग स्थल
- प्रशासन ने पहले 102 पार्किंग स्थल बनाए थे, लेकिन अब इनकी संख्या घटाकर 36 कर दी गई।
- वसंत पंचमी के बाद भीड़ कम नहीं हुई, जिससे ज्यादातर पार्किंग फुल हो गई हैं।
- सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारों से जाम की स्थिति बनी हुई है।
2. जिलों के बीच तालमेल की कमी
- प्रयागराज में आने वाले वाहनों को बॉर्डर पर रोकने की कोई ठोस योजना नहीं है।
- पड़ोसी जिलों के प्रशासन और पुलिस के बीच सही तालमेल नहीं होने से परेशानी और बढ़ गई है।
3. बाहरी पुलिस को सही जानकारी नहीं
- यातायात और सुरक्षा व्यवस्था के लिए बाहरी पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।
- लेकिन उन्हें प्रयागराज की भौगोलिक स्थिति की सही जानकारी नहीं है।
- श्रद्धालुओं के मार्ग पूछने पर उन्हें बस यही जवाब मिलता है – “धीरे-धीरे चलते जाइए”।
4. समय पर सूचना नहीं मिल रही
- सड़कों पर जाम की सही जानकारी पहले से श्रद्धालुओं तक नहीं पहुंच रही।
- हाईवे पर संकेतक और सही मार्गदर्शन की कमी है, जिससे लोग सिर्फ भीड़ का पीछा कर रहे हैं।
- जब स्थिति बिगड़ती है, तो प्रशासन बैरिकेडिंग लगाकर रास्ते बंद कर देता है।
5. वीवीआईपी प्रोटोकॉल से बढ़ी दिक्कत
- महाकुंभ में हर दिन कोई न कोई वीवीआईपी आता है।
- उनकी गाड़ियों के लिए रास्ता साफ करने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई जा रही है।
- इससे प्रयागराज के बाकी यातायात पर बुरा असर पड़ रहा है।
➡ अगर प्रशासन समय पर बेहतर योजना बनाए और यातायात नियंत्रण में सुधार करे, तो इस समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। 🚦