जयपुर के जयपुरिया अस्पताल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की अनुपस्थिति में एक ड्राइवर मरीजों का इलाज कर रहा था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें ड्राइवर नाहर सिंह को मरीजों को इंजेक्शन लगाते और दवाइयां बताते हुए देखा गया।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. महेश मंगल ने बताया कि यह मामला गंभीर है और किसी भी गैर-चिकित्सकीय स्टाफ को इलाज करने की अनुमति नहीं है। वीडियो वायरल होने के बाद ड्राइवर नाहर सिंह को तुरंत सेवा से हटा दिया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि नाहर सिंह उनका निजी ड्राइवर नहीं था, बल्कि एंबुलेंस ड्राइवर के रूप में नाइट ड्यूटी पर तैनात था।
अस्पताल प्रबंधन ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं और लोगों के बीच स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।