Related Articles
रीवा-नागपुर नेशनल हाइवे पर हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। प्रयागराज महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण हाइवे पर अफरातफरी और जाम की स्थिति बनी हुई है।
लगातार हो रही दुर्घटनाएं
बीते एक महीने में आधा दर्जन से अधिक लोग हादसों में अपनी जान गंवा चुके हैं। मंगलवार को 7 लोगों की मौत एक सड़क दुर्घटना में हो गई। जबलपुर क्षेत्र में पिछले 4-5 महीनों में 12 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
ब्लैक स्पॉट बन चुके खतरनाक इलाके
इस हाइवे पर कई जगहें ब्लैक स्पॉट बन चुकी हैं, जहां हादसे ज्यादा हो रहे हैं।
- चूल्हागोलाई, तिलवारा, लम्हेटाघाट चौराहा – यहां वाहनों की टक्कर आम हो गई है।
- जबलपुर, सिहोरा और कटनी के बीच भी लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं।
महाकुंभ के कारण बढ़ा ट्रैफिक
प्रयागराज महाकुंभ में जाने वाले लोगों की भीड़ के कारण हाइवे पर जाम की स्थिति बनी रहती है। छोटी-मोटी दुर्घटनाएं लगातार हो रही हैं, लेकिन मंगलवार को एक बड़ा हादसा हुआ जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई।
हाल ही में हुए प्रमुख सड़क हादसे
जनवरी 2025:
- बरगी के मुहास के पास एक तेज रफ्तार वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में जितेंद्र पटेल और दुर्गेश राव की मौके पर ही मौत हो गई।
- बरगी के पास एक ट्रक ने कार को टक्कर मार दी, जिससे रेलवे लोको पायलट आनंद राय की मौत हो गई।
- कालादेही के पास एक एसयूवी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें पुणे निवासी विनोद पटेल, नीरू पटेल और शिल्पा पटेल की मौत हो गई।
पिछले कुछ वर्षों में हुए हादसे
- 25 सितंबर 2024: बरगी थाना क्षेत्र में तीन युवक मिनी ट्रक से टकरा गए, दो की मौत।
- 23 सितंबर 2024: तेज रफ्तार बस कंटेनर से टकरा गई, 1 की मौत, 27 घायल।
- 22 दिसंबर 2019: बस और ट्रक की टक्कर में 5 लोगों की मौत।
जरूरत है सख्त कदम उठाने की
रीवा-नागपुर हाइवे पर हादसों को रोकने के लिए यातायात नियमों का सख्ती से पालन, ट्रैफिक नियंत्रण और ब्लैक स्पॉट पर सुधार की जरूरत है। महाकुंभ के दौरान विशेष सावधानी बरतना जरूरी है ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।