बांसवाड़ा। बांसवाड़ा में एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी से सीबीआई अफसर बनकर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट किया और 6.5 लाख रुपए ठग लिए।
कैसे हुई ठगी?
- रिटायर्ड पीडब्ल्यूडी कर्मचारी मोहम्मद सईद खान पठान को 5 फरवरी की सुबह एक कॉल आया।
- कॉलर ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर कहा कि उनका आधार कार्ड अवैध गतिविधियों में इस्तेमाल हुआ है।
- आतंकवादी फंडिंग और यौन शोषण जैसे झूठे आरोप लगाकर उन्हें धमकाया गया कि सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
डिजिटल अरेस्ट का खेल
- कॉलर ने उन्हें व्हाट्सएप पर बातचीत शिफ्ट करवाई और एक नंबर से वीडियो कॉल की।
- डिजिटल अरेस्ट बताकर कहा गया कि घर से बाहर नहीं निकल सकते और जो कहा जाए, वही करना होगा।
- ठग ने बैंक खाते की जानकारी ली और उन्हें बैंक जाकर पैसे ट्रांसफर करने को कहा।
कैसे ट्रांसफर हुए 6.5 लाख रुपए?
- बालोतरा, यूनियन बैंक के खाते में 6,57,047 रुपए चेक से ट्रांसफर करवाए।
- पैसे मिलते ही ठगों ने 10 लाख रुपए और मांगे और कहा कि न देने पर थर्ड डिग्री टॉर्चर किया जाएगा।
- ठगी का अहसास होने पर पठान ने पुलिस से संपर्क किया।
पुलिस जांच में जुटी
- कोतवाली थानाधिकारी देवीलाल मामले की जांच कर रहे हैं।
- यह बांसवाड़ा का पहला डिजिटल अरेस्ट मामला है।
सावधान रहें:
- किसी भी अजनबी कॉल पर विश्वास न करें।
- आधिकारिक एजेंसियां कभी इस तरह डिजिटल अरेस्ट नहीं करतीं।
- साइबर ठगों से बचने के लिए सतर्क रहें और शंका होने पर तुरंत पुलिस से संपर्क करें।