मालाखेड़ा: बुधवार रात अचानक तेज अंधड़ और बारिश के कारण पूरे क्षेत्र में जनजीवन प्रभावित हो गया। दिनभर तेज धूप के बाद शाम को बादल छा गए और रात होते ही तेज हवा के साथ बिजली भी गुल हो गई। इससे शादी-समारोह में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। तेज आंधी और बारिश की वजह से मालाखेड़ा-लक्ष्मणगढ़ स्टेट हाईवे के पास खेतों में गेहूं और जौ की फसलें गिर गईं। किसान छीत्तरसिंह, महावीर सिंह और कमल सिंह ने बताया कि फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
चने के आकार के ओले गिरे, उत्पादन घटने की आशंका
अकबरपुर: पश्चिमी विक्षोभ के कारण बुधवार रात झमाझम बारिश और तेज हवा चली। चने के आकार के ओले गिरने से गेहूं और जौ की फसलें खेतों में बिछ गईं। किसान हरिओम गुर्जर और सुरेंद्र यादव ने बताया कि तेज हवाओं ने पौधों की जड़ें उखाड़ दीं, जिससे फसल खराब होने का डर बना हुआ है। इसके कारण फसल का उत्पादन घट सकता है और दाने भी अधूरे रह सकते हैं। वहीं, सरसों की फसल को भी नुकसान हुआ है।
तेज हवा से खेतों में पसरी फसल, नुकसान का अंदेशा
पिनान: बुधवार देर शाम आई तेज आंधी और बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी। करीब आधा घंटे तक चली तेज हवा से खड़ी गेहूं और सरसों की फसलें झुक गईं। बारिश के कारण कटी हुई सरसों की फसल को भी नुकसान पहुंचा। किसान बबली वशिष्ठ, नरेश जाट और छोटेलाल मीणा ने बताया कि तेज हवा से गेहूं की बालियों की ग्रोथ रुक जाएगी और सरसों की फसल में करीब 20% तक नुकसान हो सकता है।
कृषि विभाग की रिपोर्ट
कृषि पर्यवेक्षक हेमंत राजपूत ने बताया कि क्षेत्र में फसल गिरने की स्थिति देखने के लिए सर्वे किया गया। गेहूं की फसल आड़ी गिर गई है, जिससे ग्रोथ प्रभावित हो सकती है। वहीं, सरसों की फसल में 10-20% तक नुकसान होने की संभावना है। किसानों के लिए यह चिंता का विषय बन गया है।