बालाघाट जिले के बिरसा विकासखंड के शासकीय प्राथमिक स्कूल हतबन में शिक्षा का माहौल बिगड़ गया है। दस साल पहले बने स्कूल भवन की हालत जर्जर हो गई है, जिससे बच्चों को एक ही कमरे में पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं एक साथ लगानी पड़ रही हैं। इससे उनकी पढ़ाई पर असर पड़ रहा है।
स्कूल भवन की स्थिति
2013-14 में इस स्कूल का भवन बनवाया गया था। लेकिन, चार साल बाद ही छत से प्लास्टर गिरने लगा, जिससे बच्चों की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया। अब कक्षाएं दूसरे भवन में आयोजित की जा रही हैं, लेकिन वहां भी छात्रों की संख्या बढ़ने से पढ़ाई में समस्या आ रही है।
निर्माण में लापरवाही
स्कूल भवन के निर्माण के दौरान बीआरसी कार्यालय के उपयंत्री ने सही तरीके से निरीक्षण नहीं किया, जिसकी वजह से भवन इतनी जल्दी जर्जर हो गया। यदि जिला प्रशासन इस मामले की गंभीरता से जांच कराता, तो और भी जर्जर भवनों का पता चलता और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती।
शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं
जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
शिक्षकों और सरपंच की प्रतिक्रिया
शिक्षकों ने बताया कि स्कूल के दो भवनों में से एक जर्जर हो गया है, जिससे बच्चों को एक साथ पढ़ाई करनी पड़ रही है। शिक्षिकाओं ने मांग की है कि स्कूल का नया भवन बनाया जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
मुख्य बिंदु
शासकीय प्राथमिक शाला हतबन का स्कूल भवन जर्जर हो गया है।
पहली से पांचवीं तक के बच्चों की एक साथ कक्षा लग रही है।
चार साल पहले छत से प्लास्टर गिरने के बाद बच्चों की कक्षाएं दूसरे भवन में लगाई जा रही हैं।
निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
शिक्षकों और सरपंच ने प्रशासन से नया भवन बनाने की मांग की है।