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जोधपुर रेंज: साल 2024 में बाड़मेर जिले में सबसे ज्यादा चोरी के मामले सामने आए हैं। जोधपुर रेंज के पांच जिलों में बाड़मेर में 467 चोरी के केस दर्ज हुए, जो सबसे ज्यादा हैं।
बेखौफ चोर, डरी हुई जनता
- बाड़मेर शहर और ग्रामीण इलाकों में चोरों का डर बढ़ता जा रहा है।
- लगातार हो रही चोरी की वारदातों ने पुलिस की गश्त और निगरानी के दावों की पोल खोल दी है।
- आम लोग भयभीत हैं, क्योंकि चोरी के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
पुलिस के लिए मुश्किल चुनौती
- बाड़मेर में कई बड़ी चोरी के मामले अभी तक नहीं सुलझे हैं।
- हर दिन औसतन एक से ज्यादा चोरी की वारदात दर्ज हो रही है।
- पुलिस चोरी रोकने में सफल नहीं हो रही, जिससे बाड़मेर पूरे जोधपुर रेंज में सबसे ज्यादा प्रभावित जिला बन गया है।
कमजोर खुफिया तंत्र और गश्त में लापरवाही
- पुलिस और आमजन के बीच संपर्क कमजोर हो चुका है।
- बीट प्रणाली (पुलिस का निगरानी तंत्र) पूरी तरह फेल हो चुका है।
- पुलिस को मुखबिरों से कोई सूचना नहीं मिल रही और रात्रि गश्त भी प्रभावी नहीं दिख रही है।
अनसुलझी बड़ी चोरियां
केस 01:
धोरीमन्ना थाना क्षेत्र, शोभाला जैतमाल गांव (24 अगस्त 2024)
- चोरों ने व्यापारी मोहनलाल माहेश्वरी के घर से 1.25 किलो सोने, 4.75 किलो चांदी के गहने और 3 लाख रुपये नकद चुरा लिए।
- छह महीने बीतने के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला।
केस 02:
ग्रामीण थाना क्षेत्र, चूली गांव (नवंबर 2024)
- चोरों ने शैतानसिंह के घर की खिड़की तोड़कर 50 तोला सोना, 2 किलो चांदी और 1.5 लाख रुपये चुरा लिए।
- तीन महीने बाद भी पुलिस के हाथ खाली।
- अब जांच डिप्टी मदनसिंह को सौंपी गई है।
पुलिस का दावा – गश्त बढ़ाई गई
बाड़मेर पुलिस अधीक्षक नरेंद्रसिंह मीना का कहना है कि चोरी रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
- रात्रि गश्त बढ़ाई गई है।
- मुखबिरी नेटवर्क के जरिए जांच जारी है।
- चूली गांव की चोरी का खुलासा जल्द किया जाएगा।
जोधपुर रेंज में चोरी के मामले
जिला | केस |
---|---|
जोधपुर ग्रामीण | 393 |
फलोदी | 271 |
जैसलमेर | 268 |
बाड़मेर | 467 |
बालोतरा | 310 |
कुल मामले | 1709 |
निष्कर्ष: बाड़मेर जिले में लगातार बढ़ रही चोरी की घटनाएं पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई हैं। जनता डरी हुई है, और पुलिस अभी तक इन मामलों को सुलझाने में पूरी तरह सफल नहीं हो पाई है।