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रूस की 17 वर्षीय टेनिस खिलाड़ी मीरा आंद्रिवा ने दुबई ओपन टेनिस चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने फाइनल मुकाबले में डेनमार्क की क्लारा टूसोन को 7-6, 6-1 से हराकर खिताब अपने नाम किया। इस जीत के साथ मीरा WTA 1000 चैंपियनशिप जीतने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बन गई हैं।
मीरा का सपना हुआ पूरा
मीरा ने 17 साल 299 दिन की उम्र में यह खिताब जीता और अपनी जीत पर खुशी जताते हुए कहा कि यह उनके करियर का अब तक का सबसे बड़ा खिताब है और वह इसे जीतकर बेहद रोमांचित महसूस कर रही हैं।
बचपन से टेनिस का जुनून
मीरा ने बहुत छोटी उम्र में अपनी बहन के साथ टेनिस खेलना शुरू कर दिया था। वे स्विट्जरलैंड के महान टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर और अमेरिकी बास्केटबॉल स्टार लेब्रोन जेम्स को अपना आदर्श मानती हैं। उन्होंने बताया कि वे इन दोनों खिलाड़ियों के इंटरव्यू और खेल शैली से काफी प्रेरित होती हैं।
इतिहास में दर्ज हुआ नाम
मीरा पिछले 20 सालों में 18 साल से कम उम्र में WTA खिताब जीतने वाली पांचवीं खिलाड़ी बनी हैं। इस सूची में उनके साथ ये दिग्गज खिलाड़ी शामिल हैं:
- मारिया शारापोवा (रूस)
- मिशेला क्राजिसेक (नीदरलैंड्स)
- निकोल वेडिसोवा (जर्मनी)
- कोको गॉफ (अमेरिका)
शीर्ष खिलाड़ियों को हराया
दुबई ओपन में मीरा का सफर शानदार रहा। उन्होंने टूर्नामेंट के दौरान तीन टॉप खिलाड़ियों को हराया:
- दुनिया की नंबर 1 खिलाड़ी आर्यना सबालेंका (बेलारूस)
- नंबर 2 खिलाड़ी इगा स्विटेक (पोलैंड)
- नंबर 7 खिलाड़ी एलेना सबालेंका (रूस)
शीर्ष 10 खिलाड़ियों में होंगी शामिल
मीरा अभी WTA रैंकिंग में 14वें स्थान पर हैं, लेकिन इस खिताबी जीत के बाद सोमवार को जारी होने वाली नई रैंकिंग में वह टॉप 10 में पहुंच जाएंगी।
मीरा का अगला लक्ष्य
मीरा ने कहा कि उन्होंने सीजन की शुरुआत में लक्ष्य रखा था कि साल के अंत तक टॉप 10 में जगह बनानी है। उन्होंने खुशी जताई कि वह अपने लक्ष्य को समय से पहले ही हासिल कर पाई हैं, लेकिन आगे अभी उन्हें लंबा सफर तय करना है।