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बरेली: ज़मीन की धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें भू-माफियाओं के एक गैंग ने फर्जी दस्तावेज़ों के सहारे एक ही ज़मीन को चार बार अलग-अलग लोगों को बेच दिया। पीड़ित राजीव कुमार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उन्होंने तुलापुर परगना, विष्णुधाम कॉलोनी में 859.12 वर्गगज (718.12 वर्गमीटर) का प्लॉट खरीदा था, लेकिन कुछ लोगों ने फर्जी कागजात बनाकर इसे बार-बार बेच दिया।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
पीड़ित राजीव कुमार के अनुसार, यह ज़मीन मूल रूप से डॉ. भारती गुप्ता की थी। लेकिन खसरा नंबर 107 से 111 की ज़मीन को फर्जी दस्तावेज़ों के जरिए कई बार अलग-अलग लोगों को बेचा गया।
फर्जी बिक्री की घटनाएं:
- 1973: डल्लू नाम के व्यक्ति ने यह ज़मीन एक नाबालिग लड़के “कढ़े” को बेच दी, जबकि डल्लू खुद इसके मालिक नहीं थे।
- 1975: कढ़े की मां और परिजनों ने यह ज़मीन किसी और को बेच दी।
- 1998: फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर मुन्ना लाल को बेचा गया।
- 1999: फिर से राजेश कुमार और सोमपाल को बेचा गया।
- 2005: दोबारा फर्जी तरीके से वी.एस. गंगवार और अन्य को बेचा गया।
- 2022-2023: एक बार फिर अभिराज उपाध्याय, आदित्य उपाध्याय और आकाश उपाध्याय को यह ज़मीन बेच दी गई।
14 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
पीड़ित ने राजेश कुमार, अभिराज उपाध्याय, आदित्य उपाध्याय, आकाश उपाध्याय, मन्नू शर्मा, देव राना, अनुज मिश्रा, रोहित शर्मा, शुभ अजमेरा, रोशन लाल, हरिशंकर, मान सिंह, सूरज और अनुज सक्सेना समेत 14 लोगों के खिलाफ बारादरी थाने में केस दर्ज कराया है।
सख्त कार्रवाई की मांग
राजीव कुमार का कहना है कि यह एक संगठित गैंग है, जो ज़मीनों के फर्जी दस्तावेज़ तैयार कर उन्हें बार-बार बेचता है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि इस गैंग पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार न हो।