जयपुर: राजस्थान विश्वविद्यालय की सैकड़ों छात्राओं ने रविवार रात को विरोध प्रदर्शन किया, जो देर रात 1 बजे तक जारी रहा। पुलिस प्रशासन की समझाइश के बाद छात्राएं वापस हॉस्टल लौट गईं, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उन्हें लिखित में आश्वासन नहीं मिला तो वे आज फिर धरना प्रदर्शन करेंगी।
रविवार रात को विश्वविद्यालय कैंपस के अलग-अलग छात्रावासों में रहने वाली छात्राएं प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कुलपति सचिवालय का घेराव करने निकल पड़ीं। उन्होंने कुलपति आवास की ओर भी कूच किया। अचानक सैकड़ों छात्राओं के सड़क पर आ जाने से पुलिस और प्रशासन सक्रिय हो गए। देर रात तक अधिकारियों ने छात्राओं को समझाने की कोशिश की और आखिरकार उन्हें हॉस्टल भेजने में सफल रहे।
मेस की फीस बढ़ाने से नाराज छात्राएं
छात्राओं के अचानक सड़क पर उतरने का कारण मेस की फीस बढ़ाना था। उनका आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने मेस की फीस को 1800 रुपए से बढ़ाकर 2100 रुपए कर दिया है। खाने की थाली की कीमत को 30 रुपए से बढ़ाकर 35 रुपए कर दिया गया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से बातचीत कर फीस के बारे में चर्चा करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद छात्राएं हॉस्टल लौट गईं।
आज से फिर आंदोलन की चेतावनी
छात्राओं ने कहा कि अगर सोमवार को लिखित में फीस कटौती के आदेश नहीं दिए गए तो वे फिर से आंदोलन करेंगी। उनका कहना है कि हॉस्टल में सीटें सीमित होने के कारण कई छात्राओं को गेस्ट के रूप में रहना पड़ता है और गेस्ट के रूप में रहने वाली छात्राओं का शुल्क भी 150 रुपए से बढ़ाकर 200 रुपए कर दिया गया है। यह बढ़ी हुई फीस ग्रामीण छात्राओं के लिए चुकाना मुश्किल है।