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घर बैठे करें कोर्स: विश्वविद्यालय ने शुरू किए नए सर्टिफिकेट कोर्स

कॉलेज जाने की जरूरत नहीं, घर बैठे करें ये कोर्स

अगर आप कामकाजी हैं और सरकार की कर व्यवस्था (टैक्सेशन) को बेहतर तरीके से समझना चाहते हैं, तो मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किए गए ये नए कोर्स आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं। इन कोर्सेज के लिए कॉलेज जाने की जरूरत नहीं होगी, और न ही इसके लिए कोई न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आवश्यक है। ये कोर्स रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेंगे और कामकाजी लोगों को अपने कार्यक्षेत्र में और अधिक स्मार्ट बनाएंगे।

डिस्टेंस मोड के कोर्स

विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं प्रबंधन अध्ययन महाविद्यालय (कॉमर्स कॉलेज) के एकाउंटेंसी एवं बिजनेस स्टेटिस्टिक्स विभाग ने डिस्टेंस मोड में ये कोर्स शुरू किए हैं। विद्यार्थियों को अपनी तैयारी स्वयं करनी होगी, और पाठ्य सामग्री विभाग की ओर से दी जाएगी। कोई औपचारिक कक्षाएं नहीं होंगी, केवल परीक्षा देनी होगी। परीक्षा पास करने पर सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। एडमिशन पूरे वर्ष खुले रहेंगे और 20 विद्यार्थियों का बैच तैयार होते ही परीक्षा आयोजित की जाएगी।

रेगुलर मोड के रोजगार परक कोर्स

डिस्टेंस मोड के अलावा, विभाग ने 11 रेगुलर सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू किए हैं जो युवाओं के लिए रोजगार की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। इन कोर्सेज के लिए कक्षाएं लगेंगी, और विद्यार्थियों को 12, 9 या 6 महीने के तीन विकल्प दिए जाएंगे। कुल 450 घंटों का कोर्स (ट्यूटोरियल्स और असाइनमेंट सहित) पूरा करना होगा, जो 30 क्रेडिट का प्रोग्राम है।

रेगुलर सर्टिफिकेट कोर्स की सूची

  • बेसिक प्रैक्टिकल बिजनेस एकाउंटिंग
  • माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस लेब
  • बिजनेस स्टेटिस्टिक्स यूजिंग एक्सेल
  • प्रैक्टिकल इनकम टैक्स
  • एडवांस एमएस एक्सेल
  • गुड्स एंड सर्विस टैक्स
  • टीडीएस और एडवांस टैक्स
  • एडवांस प्रैक्टिकल बिजनेस एकाउंटिंग
  • फाइनेंशियल मैनेजमेंट यूजिंग एक्सेल
  • प्रैक्टिकल स्टॉक एक्सचेंज ट्रांजक्शन
  • ब्लॉकाउंटिंग

कक्षाओं के लिए तीन विकल्प

पहला विकल्प: शनिवार और रविवार को चार-चार घंटे की कक्षाएं। दूसरा विकल्प: शनिवार को चार घंटे और रविवार को आठ घंटे की कक्षाएं। तीसरा विकल्प: सप्ताह के पांच दिन शाम 3 से 6 बजे तक कक्षाएं।

नए कोर्स के बारे में जानकारी

  1. कार्बन टैक्सेशन सर्टिफिकेशन प्रोग्राम: ग्लोबल वार्मिंग के नियंत्रण के लिए कर प्रक्रियाओं की जानकारी।
  2. इनकम टैक्सेशन सर्टिफिकेशन प्रोग्राम: भारतीय आयकर व्यवस्था के नियमों की जानकारी।
  3. जीएसटी सर्टिफिकेशन प्रोग्राम: राज्य और केंद्रीय जीएसटी की जानकारी।
  4. आइएफआरएस सर्टिफिकेशन प्रोग्राम: इंटरनेशनल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग सिस्टम (आईएफआरएस) की जानकारी।

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