बुधवार को जब रायपुर स्टेशन से चलने वाली अमरकंटक और सारनाथ एक्सप्रेस के डायवर्ट होने का मैसेज आया, तो सैकड़ों यात्री स्टेशन पहुंचने के लिए दौड़ पड़े। इनमें से कई यात्री स्टेशन जाने के लिए बसों और ट्रेनों का सहारा लेकर दुर्ग स्टेशन पहुंचे, क्योंकि इन दोनों ट्रेनों को दुर्ग से गोंदिया की तरफ भेजा गया था। इसके अलावा, ब्लॉक के कारण रायपुर-गरीब रथ, दुर्ग-कानपुर एक्सप्रेस और दुर्ग-अबिकापुर एक्सप्रेस रद्द कर दी गई थीं।
पेंड्रा रेलवे सेक्शन में मालगाड़ी का हादसा तब हुआ जब इस रेल लाइन पर तीसरी रेल लाइन जोड़ने का काम चल रहा था। अधिकारियों के अनुसार, खोडरी-भनवांरटक के बीच मालगाड़ी के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस कारण 24 ट्रेनें कैंसिल हो गईं, और यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सहायता के लिए विभिन्न स्टेशनों पर हेल्प बूथ स्थापित किए हैं और अतिरिक्त स्टाफ को तैनात किया गया है। रायपुर स्टेशन पर अतिरिक्त काउंटर, बल्क एसएमएस और एनाउंसमेंट की व्यवस्था की गई है। बुजुर्गों, महिलाओं और बीमार यात्रियों की मदद के लिए कुलियों और सफाई कर्मियों को भी लगाया गया है।
इसके अलावा, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अवधेश कुमार त्रिवेदी ने रायपुर स्टेशन का दौरा किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सभी ट्रेनों का सही समय पर संचालन सुनिश्चित करने के लिए रेलवे क्रिस ऐप (NTES) भी यात्रियों के लिए उपलब्ध किया गया है।
कई ट्रेनें अब गोंदिया-बालाघाट होकर चलाई जा रही हैं, जैसे कि दुर्ग-उधमपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस, दुर्ग-भोपाल अमरकंटक एक्सप्रेस और छपरा एक्सप्रेस।