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भीलवाड़ा:
राज्य स्तरीय समान परीक्षा की योजना को लेकर विद्यार्थियों और विद्यालयों में असमंजस की स्थिति बन गई है। राज्य स्तर की समान परीक्षा 12 दिसंबर से शुरू होने वाली है। पहले यह परीक्षा 14 दिसंबर से होने वाली थी, लेकिन शिक्षा विभाग ने समय सारणी में संशोधन किया और अब 12 दिसंबर से विद्यालय स्तर की परीक्षा होगी, जबकि 14 दिसंबर से प्रदेश स्तरीय समान परीक्षा होगी।
हालांकि, विद्यार्थियों और विद्यालयों को कुछ विषयों के प्रश्नपत्रों को लेकर परेशानी हो रही है। पिछले कुछ वर्षों से जिला स्तरीय परीक्षा में नौवीं और दसवीं कक्षा के छात्रों को सूचना और प्रौद्योगिकी की अवधारणा, स्वास्थ्य शिक्षा और राजस्थान की शौर्य परंपरा जैसे विषयों के प्रश्नपत्र नहीं दिए जा रहे थे। लेकिन अब इन्हें राज्य स्तरीय परीक्षा योजना में शामिल किया गया है, जिससे छात्रों और विद्यालयों में असमंजस की स्थिति बन गई है।
पुस्तकें नहीं मिलने से छात्रों की मुश्किल
सूचना और प्रौद्योगिकी तथा स्वास्थ्य शिक्षा विषय की परीक्षा की समय सारणी जारी की गई है, लेकिन सरकारी विद्यालयों में इन विषयों की किताबें ही वितरित नहीं की गई हैं। ऐसे में छात्रों के लिए यह सवाल उठता है कि वे इन विषयों पर परीक्षा में क्या लिखेंगे।
राजस्थान शिक्षक संघ (सियाराम) के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र शर्मा ने बताया कि पहले जिला समान परीक्षा के तहत छह विषयों के अलावा तीन अतिरिक्त विषयों के प्रश्नपत्र नहीं दिए जाते थे, जिससे अधिकांश स्कूलों में छह या सात विषयों की ही पढ़ाई होती थी। अब इस बदलाव के बाद स्थिति और जटिल हो गई है।