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राजस्थान के डूंगरपुर जिले के किसान खरीफ और रबी फसल की बीमा क्लेम राशि नहीं मिलने से नाराज हैं। किसानों ने साफ कर दिया है कि जब तक पिछली बीमा राशि नहीं मिलेगी, इस बार रबी फसल का बीमा नहीं करवाएंगे।
पिछली बीमा राशि न मिलने से नाराजगी
पिछले साल खरीफ और रबी फसल की बीमा क्लेम राशि अब तक किसानों को नहीं मिली है। किसानों ने जिला प्रशासन और सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आंदोलन का ऐलान किया है।
किसानों का बड़ा कदम
- किसान संघ के लल्लूराम पाटीदार बिजौला ने बताया कि इस साल जिले में सोयाबीन, धान और मक्का की फसल का बीमा करवाने के लिए 45 करोड़ रुपये का प्रीमियम सहकारी समितियों और बैंकों के माध्यम से बीमा कंपनियों को दिया गया।
- हालांकि, खरीफ फसल के 50 से 70 प्रतिशत खराब होने के बावजूद बीमा कंपनियों ने किसानों को कोई क्लेम राशि नहीं दी।
प्रशासन और सरकार पर आरोप
किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन और राज्य सरकार इस मुद्दे पर चुप हैं और उनकी परेशानियों पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
फसल बीमा का बहिष्कार
- किसानों ने निर्णय लिया है कि जब तक पिछली बीमा राशि नहीं मिलती, इस बार कोई किसान रबी फसल का बीमा नहीं करवाएगा।
- इसके लिए किसान अपने सहकारी समितियों, बैंकों, या जहां से लोन लिया है, वहां पर आवेदन पत्र देंगे।
बीमा कंपनियों पर सवाल
किसानों का आरोप है कि बीमा कंपनियां हर साल करोड़ों रुपये का प्रीमियम तो वसूलती हैं लेकिन फसल खराब होने पर क्लेम देने में आनाकानी करती हैं।
डूंगरपुर के किसानों का यह कदम प्रशासन और बीमा कंपनियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है। किसानों ने साफ संदेश दिया है कि बिना न्याय के वे अब बीमा प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेंगे।