अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच की कार्रवाई
अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी धोखाधड़ी का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। यह मामला वडोदरा से 55 सिमकार्ड दुबई भेजने की कोशिश से जुड़ा है। कस्टम विभाग को शक होने पर पार्सल को रोककर जांच की गई, जिसमें यह फर्जीवाड़ा सामने आया।
कैसे होता था फर्जीवाड़ा?
आरोपियों में वडोदरा के दंतेश्वर निवासी राहुल शाह, अंकलेश्वर के कांतिभाई बलदाणिया, और वडोदरा के वडसर निवासी अजय भालिया शामिल हैं।
- राहुल शाह मोबाइल सिमकार्ड जारी करता था।
- उसने ग्राहकों के आधारकार्ड, फोटो और फिंगरप्रिंट का गलत इस्तेमाल कर एक की जगह दो सिमकार्ड जारी किए।
- एक सिमकार्ड ग्राहक को दे देता और दूसरा खुद रख लेता।
सिमकार्ड बेचने का तरीका
- राहुल, कांतिभाई को एक सिमकार्ड 300 रुपए में बेचता।
- कांतिभाई यह सिमकार्ड 350 रुपए में अजय भालिया को बेचता।
- अजय भालिया इन सिमकार्ड को 450 रुपए में दुबई में नवीन उर्फ सूर्या नाम के व्यक्ति को भेज रहा था।
कस्टम ने पार्सल रोका
अजय ने फर्जी पते और दोस्त के नाम से पार्सल में 55 सिमकार्ड रखकर दुबई भेजने की कोशिश की। कस्टम अधिकारियों को शक हुआ, और जब पार्सल खोला गया, तो सिमकार्ड मिले।
30 बैंक अकाउंट का पता चला
जांच में यह भी सामने आया कि अजय ने दुबई में रहने वाले नवीन को 30 बैंक अकाउंट भी दिए हैं। अब यह जांच की जा रही है कि इन अकाउंट्स का इस्तेमाल किसी ठगी या अन्य अवैध गतिविधियों में तो नहीं हुआ।
ग्राहकों को सतर्क रहने की जरूरत
मोबाइल सिम खरीदते समय ग्राहकों को सावधान रहना चाहिए, ताकि उनके दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल न हो सके।