धान उठाव के लिए ट्रांसपोर्टर्स को जिम्मेदारी
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी प्रक्रिया में मिलर्स द्वारा धान का उठाव नहीं किए जाने की स्थिति में, जिला प्रशासन ने गजराज ट्रांसपोर्ट को जिम्मेदारी सौंप दी है। अब तक 24 केंद्रों से 3000 मेट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है। वहीं, 10 मिलर्स ने अब तक पंजीकरण कराया है।
किसानों को हुई परेशानी
मार्कफेड ने 50 उपार्जन केंद्रों पर डीओ जारी किया था, लेकिन मिलर्स द्वारा उठाव में देरी के कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सोमवार को धान खरीदी बंद कर दी गई थी, जिसके बाद केंद्र प्रभारियों और कलेक्टर के बीच बैठक हुई। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सभी बफर लिमिट वाले उपार्जन केंद्रों के डीओ जारी किए जाएंगे।
सिर्फ 52 किसानों ने बेचा धान
नई व्यवस्था के तहत दोपहर बाद खरीदी प्रक्रिया फिर से शुरू की गई, लेकिन केवल 52 किसानों ने ही धान बेचा, जबकि अधिकांश किसानों के टोकन कैंसल हो गए।
आगे की उम्मीदें
डीएमओ, राजेन्द्र ध्रुव के अनुसार, ट्रांसपोर्टर्स द्वारा धान उठाव कर संग्रहण केंद्रों में भंडारण किया जा रहा है। उम्मीद है कि मिलर्स जल्द ही धान का उठाव शुरू करेंगे।