Related Articles

संत प्रेमानंद महाराज की सीख
संत प्रेमानंद महाराज ने डीएम को राधा रानी की प्रसादी पटुका भेंट की और कहा कि प्रशासनिक सेवा भगवान का आशीर्वाद है, जिसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाना चाहिए। उन्होंने डीएम को लालच और भय से बचने की सलाह देते हुए कहा कि सेवा को समर्पण और धैर्य के साथ निभाना जरूरी है।
अर्जुन और श्रीकृष्ण के संवाद का जिक्र
संत ने गीता में अर्जुन और श्रीकृष्ण के संवाद का जिक्र करते हुए कहा कि किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए भजन और साधना को जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। उन्होंने डीएम को अपने कार्यों को भगवान का स्मरण करते हुए करने की प्रेरणा दी।
कौन हैं संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया?
संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया राजस्थान के श्रीगंगानगर के रहने वाले हैं। उनका जन्म 10 अगस्त 1983 को हुआ था। उन्होंने बीकॉम की पढ़ाई पूरी की और वर्ष 2005 में शिक्षक की नौकरी से अपना करियर शुरू किया। बाद में उन्होंने प्रशासनिक सेवा में जाने का फैसला किया।
प्रशासनिक सेवा में सफलता का सफर
- पहली नौकरी के रूप में तृतीय श्रेणी शिक्षक बने।
- बीडीओ (BDO) के पद पर चयनित हुए।
- 2011 में RAS परीक्षा में 8वीं रैंक हासिल कर डिप्टी कलेक्टर बने।
- यूपीएससी परीक्षा में पांच बार प्रयास किया और 2015 में 345वीं रैंक के साथ आईएएस बने।
- 7 सितंबर 2015 को उन्हें आईएएस पद पर नियुक्ति मिली।
पहली पोस्टिंग से अब तक का सफर
- 2016: मिर्जापुर में असिस्टेंट कलेक्टर बने।
- 2017: इटावा में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रहे।
- 2019: मथुरा में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य किया।
- 2021: फर्रुखाबाद में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) बने।
- 2022: आगरा विकास प्राधिकरण में वाइस चेयरमैन बने।
- 2024: 25 जून को संभल के डीएम के रूप में नियुक्त किए गए।
संभल जिलाधिकारी के रूप में डॉ. राजेंद्र पेंसिया का यह पहला कार्यकाल है, जहां वे प्रशासनिक सेवाएं दे रहे हैं।