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चूरमा प्रसादी की तैयारी
राजस्थान के छापाला भैंरूजी मंदिर में 30 जनवरी को होने वाले लक्खी मेले के लिए 551 क्विंटल चूरमा प्रसादी तैयार की जा रही है। इस प्रसादी को बनाने के लिए ग्रामीणों ने महीनों से तैयारी शुरू कर दी थी। 551 क्विंटल चूरमा बनाने के लिए 29 जनवरी को थ्रेसर मशीनों से बाटियों की पिसाई की गई और 30 जनवरी को JCB से घी, खाण्ड, काजू, बादाम, किशमिश और खोपरा मिलाया गया। चूरमे में काम में लिया जाने वाला घी गांव के ही लोग एकत्रित कर रहे हैं।
महाप्रसादी की सामग्री
इस महाप्रसादी के लिए कुल 150 क्विंटल आटा, 50 क्विंटल सूजी, 30 क्विंटल देसी घी, 100 क्विंटल खाण्ड, 10 क्विंटल मावा, 3 क्विंटल बादाम, 3 क्विंटल किशमिश, 3 क्विंटल काजू, 3 क्विंटल खोपरा, 50 क्विंटल दूध और 100 क्विंटल दही का उपयोग किया जाएगा। दाल बनाने में 35 क्विंटल दाल, 20 पीपा सरसों तेल, 5 क्विंटल टमाटर, 2 क्विंटल हरी मिर्च, 1 क्विंटल हरा धनिया और मसालों का इस्तेमाल किया जाएगा।
मेले की व्यवस्था और सुरक्षा
मेले में लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। मेले की व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन ने चार थानों से पुलिस तैनात की है। इस मौके पर एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और अन्य संसाधन भी तैयार रहेंगे। मेले के दौरान 5,000 वॉलिंटियर्स, 3,000 पुरुष और 500 महिला स्वयंसेवक सेवाएं देंगे।
विशेष आयोजन
29 जनवरी को 11,000 महिलाओं द्वारा कलश यात्रा निकाली जाएगी और गुरुवार को भंडारा आयोजित होगा। इसके बाद धमाल कार्यक्रम भी होगा। भैंरू बाबा मंदिर पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी।
सफाई व्यवस्था
प्रसादी बनाने के दौरान विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि चूरमे की बाटियों में कोई भी गंदगी न हो, इसके लिए कंप्रेसर से सफाई की जा रही है और कार्यकर्ताओं द्वारा पॉलीथिन पहनकर काम किया जा रहा है।